Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Dec, 2018 08:45 AM
सपा के वरिष्ठ नेता सतीश मिश्रा ने कहा है कि अगले साल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन को अंतिम रूप देने पर दोनों दलों के बीच फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है। मिश्रा ने कांग्रेस के बिना ही सपा बसपा गठबंधन....
लखनऊ\नई दिल्ली: बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश मिश्रा ने कहा है कि अगले साल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन को अंतिम रूप देने पर दोनों दलों के बीच फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई है। मिश्रा ने कांग्रेस के बिना ही सपा बसपा गठबंधन को दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व की मंजूरी मिलने संबंधी मीडिया रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। इस बारे में फिलहाल कोई चर्चा भी नहीं हुई है। मिश्रा ने संसद भवन परिसर में कांग्रेस की गैरमौजूदगी वाले सपा बसपा गठबंधन से जुड़ी खबरों की सच्चाई के सवाल पर संवाददाताओं को बताया कि यह कभी सच नहीं हो सकता है, ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
उल्लेखनीय है कि इससे जुड़ी कुछ मीडिया रिपोर्टों में सपा और बसपा के शीर्ष नेतृत्व के बीच उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों के बंटवारे पर सहमति कायम होने के हवाले से गठबंधन की औपचारिक घोषणा अगले साल 15 जनवरी को बसपा प्रमुख मायावती के जन्मदिन पर किए जाने की बात कही गई है। मिश्रा ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि जन्मदिन ऐसे नहीं मनाए जाते हैं। तथ्यात्मक रूप से यह गलत है।
इस बीच सपा ने भी गठबंधन को अंतिम रूप देने की बात को खारिज किया है। सपा प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले दिनों एक सार्वजनिक मंच पर गठबंधन के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था कि इस दिशा में दोनों दल जनता की भावनाओं को समझते हुए गंभीर रूप से प्रयासरत हैं लेकिन इसे अंतिम रूप देने में थोड़ा समय लगेगा। तिवारी ने कहा कि इस तरह की कोई भी रिपोर्ट सच्चाई से रहित है जिसका कोई आधार नहीं है।
बसपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस की गैरमौजूदगी वाले सपा बसपा गठबंधन को अमलीजामा पहनाने की बात को फिलहाल काल्पनिक बताते हुए कहा कि दोनों दलों के शीर्ष नेतृत्व के बीच बातचीत चल रही है। गठबंधन अवश्य होगा लेकिन अभी यह कहना मुमकिन नहीं है कि इसका स्वरूप क्या होगा।