Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 01 May, 2019 02:32 PM
कानपुर में बनी लाल इमली मिल के मजदूरों को पिछले 21 महीनों से वेतन नहीं मिला है। जिसकी वजह से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर अपने हाथों में कटोरा लेकर भीख मांगकर अपना आक्रोश दर्ज करवाया। लाल इमली मिल के मजदूर ने सड़क से गुजर रहे राहगीर...
कानपुरः कानपुर में बनी लाल इमली मिल के मजदूरों को पिछले 21 महीनों से वेतन नहीं मिला है। जिसकी वजह से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर अपने हाथों में कटोरा लेकर भीख मांगकर अपना आक्रोश दर्ज करवाया। लाल इमली मिल के मजदूर ने सड़क से गुजर रहे राहगीर व सिटी बस में बैठी सवारियों को अपनी पीड़ा बताकर उनसे भीख मांगी।
मजदूर नेता आशीष पांडेय का कहना है कि 21 महीनों से लाल इमली के मजदूरों को वेतन नहीं मिला है। जिसकी वजह से उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है। लाल इमली में काम करने वाले कई मजदूरों ने वेतन ना मिलने की वजह से आत्महत्या तक कर ली।
आशीष पांडेय ने बताया कि वह कपड़ा मंत्रालय की मंत्री स्मृति ईरानी से मिलकर उनको मजदूरों की समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मजदूर नेता ने मांग की है कि लाल इमली के मजदूरों का जो वेतन और एरियर बकाया है। उसका भुगतान किया जाए। स्मृति ईरानी ने कहा निराश ना हो, लेकिन दो साल में कुछ नहीं हुआ बल्कि कटोरा हाथ में आ गया।
आज 1 मई को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन को पिछले 132 सालों से मनाया जा रहा है। आज ही के दिन दुनिया भर के मजदूरों के अनिश्चित काम के घंटो को 8 घंटे में बदला गया थाष मजदूरों को काफी सहूलियत दी गयी, लेकिन धीरे धीरे मिले बंदी की कगार पर पहुंच गई। जिससे मजदूरों को वेतन मिलने में दिक्कते होनी लगी जिसकी वजह से कई मजदूर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए और कई काल के गाल में समा गए।