बसपा की बैठक में बोलीं मायावती- आज भी उपेक्षा के शिकार हैं आरक्षण के असली हकदार वर्ग

Edited By Ruby,Updated: 02 Jul, 2019 02:29 PM

the victims of neglect are the rightful owners of reservation mayawati

लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने केन्द्र सरकार पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के खाली आरक्षित पदों को भरने में दिलचस्पी ना लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरक्षण के असली हकदार वर्ग पहले की ही तरह अब भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं।...

लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने केन्द्र सरकार पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के खाली आरक्षित पदों को भरने में दिलचस्पी ना लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरक्षण के असली हकदार वर्ग पहले की ही तरह अब भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं। मायावती ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के वरिष्ठ और ज़िम्मेदार पदाधिकारियों की बैठक में जरूरी निर्देश भी दिए।

बैठक में मायावती ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने आर्थिक आधार पर आरक्षण दिए जाने के साथ-साथ महाराष्ट्र में मराठा समाज को अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षण का लाभ दिए जाने को लेकर जिस तरह जबर्दस्त दिलचस्पी ली और आनन-फानन में त्वरित कार्रवाई की। अगर उसकी थोड़ी भी रुचि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के लम्बित आरक्षित पदों को भरने में ली होती तो इन उपेक्षित वर्गों के लोगों का भी थोड़ा भला हो गया होता। उन्होंने कहा, ''आरक्षण के असली हकदार इन शोषित और कमजोर वर्गों के लोग पहले की तरह ही अब भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं। यह भाजपा सरकार की जातिवादी नीति और संकीर्ण सोच को साबित करता है।''

मायावती ने कहा कि ख़ासकर उत्तर प्रदेश में तो भाजपा के शासन में अन्य पिछड़े वर्ग की उन 17 जातियों की और भी ज़्यादा दुर्दशा होने वाली है जिन्हें असंवैधानिक तौर पर अन्य पिछड़े वर्ग से निकाल कर अनुसूचित जातियों में शामिल करने का प्रयास किया गया है। इस कदम से ये लोग किसी भी प्रकार के आरक्षण से वंचित हो जाएंगे। जैसा पहले भी उनके साथ सपा के शासन में राजनीतिक लाभ उठाने की गरज से किया गया था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, जिस प्रकार से आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से विभिन्न राज्यों द्वारा बढ़ाया जा रहा है, उससे अब यह मांग हर तरफ ज़ोर पकड़ना स्वाभाविक और जायज भी है कि अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्गों का कोटा उनकी आबादी के अनुपात में बढ़ाया जाए।

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!