Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Jan, 2019 11:02 AM
बलदेव के गांव पटलोनी में खेत में खड़ी गेहूं की फसल को आवारा पशुओं द्वारा रात्रि में चौपट कर जाने से आहत होकर एक किसान आत्महत्या के इरादे से पेड़ पर जा चढ़ा। इस पर पास ही मौजूद अन्य ग्रामीणों ने जब यह सब देखा तो उसे रोका।
मथुरा: बलदेव के गांव पटलोनी में खेत में खड़ी गेहूं की फसल को आवारा पशुओं द्वारा रात्रि में चौपट कर जाने से आहत होकर एक किसान आत्महत्या के इरादे से पेड़ पर जा चढ़ा। इस पर पास ही मौजूद अन्य ग्रामीणों ने जब यह सब देखा तो उसे रोका। कुछ ही देर में मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई। ग्राम प्रधान भी आ पहुंचे। पुलिस को भी फोन कर सूचना दी गई। सबने आहत किसान निरंजन को आत्महत्या नहीं करने को राजी करने का प्रयास किया लेकिन निरंजन अपनी जिद पर अड़ा रहा।
किसान निरंजन ने कहा कि अधिकारियों ने 10 जनवरी तक आवारा जानवरों का समाधान निश्चित किया था, आज तक जानवरों का कोई समाधान नहीं हो पाया। प्रशासन किसानों से लगातार झूठ बोल रहा है। आवारा गाय, बछड़े और सांड खेतों में खड़ी फसलों को चौपट कर रहे हैं। उसके खेतों की पूरी फसल को आवारा गाय, बछड़े और सांड चौपट कर गए। उसने रात रात भर जागकर अपनी गेहूं की फसल को जानवरों से बचाए रखा था लेकिन आज वह चौपट हो गई।
गांव वालों ने काफी मान-मानुहार कर घंटों बाद जाकर निरंजन को पेड़ से नीचे उतारा। ग्रामीण और परिजन पेड़ पर चढ़े किसान को नीचे उतरने के लिए समझाने लगे, लेकिन वह रोकर-रोकर अपनी व्यथा कहता रहा। किसान रोते हुए कह रहा था कि आवारा पशुओं ने उसकी फसल बर्बाद कर दी है। ऐसे में परिवार को कैसे पालेगा। वहीं प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। काफी देर बाद किसान पेड़ से नीचे उतरा। तब जाकर पुलिस और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। बता दें कि किसान गले में फंदा डालकर पेड़ की टहनी पर खड़ा था।