Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Aug, 2020 05:32 PM
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ कर दिया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नक्शे बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उसके लिए जो नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट होते हैं वह हासिल किए जा रहे हैं। जिसे नक्शा बनवाते समय राम मंदिर की...
अयोध्याः राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साफ कर दिया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए नक्शे बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उसके लिए जो नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट होते हैं वह हासिल किए जा रहे हैं। जिसे नक्शा बनवाते समय राम मंदिर की ड्राइंग के साथ सौंप दिया जाएगा।
इसी के साथ उन्होंने साफ कर दिया कि अभी राम मंदिर की बुनियाद को लेकर कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है अभी केवल जो मशीनें काम करेंगी उसके रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाया जा रहा है। जो जीर्ण-शीर्ण हो चुकी हैं। इसके लिए अति प्राचीन सीता रसोई, कोहबर भवन, आनंद भवन, राम खजाना जैसे खंडहर हो चुके मंदिरों को एक के बाद एक हटा दिया जाएगा। इसमें मानस भवन का भी कुछ हिस्सा आता है। जहां पर प्रवेश द्वार बनना है उसे भी तोड़ा जाएगा। इन मंदिरों में जो देवी देवताओं की मूर्तियां हैं। उन्हें सुरक्षित रखा जाएगा और राम मंदिर निर्माण के समय जो उसके किनारे अन्य मंदिर बनेंगे इनको उसमें स्थापित किया जाएगा।
ट्रस्ट ने यह भी साफ कर दिया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए दान हेतु अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग भाषाओं में छपने वाले भारतीय अखबारों में विज्ञापन दिया जाएगा। ट्रस्ट की ओर से दिए जाने वाले विज्ञापन में बैंक का नाम ट्रस्ट का अकाउंट नंबर और बैंक का बारकोड भी होगा। जिसके जरिए लोगों को राम मंदिर निर्माण के लिए दान देने हेतु प्रेरित किया जाएगा।