Edited By Umakant yadav,Updated: 26 Aug, 2020 06:15 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला शांत भी नहीं हो पाता है कि दूसरी घटनाएं सामने आ जाती हैं। अब तक इस तरह की कई घटनाएं
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़े जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक मामला शांत भी नहीं हो पाता है कि दूसरी घटनाएं सामने आ जाती हैं। अब तक इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सरकार ने चेतावनी दी है कि इस तरह की हरकत करने वाले तत्वों के खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अभी तक वह अपने वादे पर खरी नहीं उतर पाई है। ऐसे में मूर्ति तोडऩे वाले शरारती तत्वों का मनोबल और बढ़ गया है।
ऐसा ही एक मामला वाराणसी के फूलपुर क्षेत्र से सामने आया है। जहां डॉ0 भीम राव आम्बेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त किये जाने के विरोध में बुधवार को लोगों ने घंटों सड़क जामकर प्रदर्शन किया। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि गड़खरा गांव में पंचायत भवन के पास स्थित संविधान निर्माता डॉ अंबेडकर की मूर्ति किसी ने तोड़ दी। स्थानीय लोगों ने उसे बुधवार सुबह देखा। घटना की जानकरी मिलते ही वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गये तथा पास की मुख्य सड़क को जामकर कई घंटे तक प्रदर्शन किया।
आक्रोशित लोग दोषियों की गिरफ्तारी एवं नई मूर्ति पुन: स्थापित करने की मांग कर रहे थे। जिसके बाद जिले के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों समझाया। दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं मूर्ति स्थापित करने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त को हटाकर नई मूर्ति स्थापित कर दी गई तथा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
डॉ0 आम्बेडकर की प्रतिमा क्षतिग्रस्त से आहत कई स्थानीय निवासियों का कहना है कि गांव में पंचायत भवन के पास करीब 25 साल पहले डॉ0 आम्बेडकर की मूर्ति स्थापित की गई थी। शरारती तत्वों द्वारा कई बार मूर्ति तोड़ने की कोशिश की जा चुकी है।