Edited By Deepika Rajput,Updated: 19 Dec, 2018 03:33 PM
उत्तर प्रदेश विधान परिषद का प्रश्नकाल बुधवार को समाजवादी पार्टी तथा अन्य विपक्षी दलों के कानून-व्यवस्था और किसानों के मुद्दे पर हंगामे की भेंट चढ़ गया। सपा सदस्य सभापति के आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे, जबकि बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के...
लखनऊः उत्तर प्रदेश विधान परिषद का प्रश्नकाल बुधवार को समाजवादी पार्टी तथा अन्य विपक्षी दलों के कानून-व्यवस्था और किसानों के मुद्दे पर हंगामे की भेंट चढ़ गया। सपा सदस्य सभापति के आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे, जबकि बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
बुधवार सुबह 11 बजे जैसे ही परिषद की कार्रवाई आरंभ हुई सपा के सदस्य सभापति के आसन के आगे नारेबाजी करने लगे। सदस्य प्रदेश में खराब कानून-व्यवस्था, किसानों की समस्याओं और प्रदेश में बेरोजगारी के मुद्दे पर नारेबाजी कर रहे थे। सदस्य नारे लगा रहे थे- ‘कानून व्यवस्था ध्वस्त है, योगी बाबा मस्त है‘, ‘सस्ता आलू मंहगा बालू, बाबा निकला सबसे चालू’, 'बीजेपी सरकार खा गई रोजगार नौजवान घूम रहा बेरोजगार।’
सदस्यों के हंगामे को देखते हुए सभापति रमेश यादव ने पहले 20 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की। इसके बाद दोपहर 12 बजे से 12:20 मिनट तक सदन की कार्यवाही स्थगित की गई, लेकिन इस दौरान सपा के सदस्य सभापति के आसन के समक्ष जमे रहे और लगातार नारेबाजी करते रहे।