Edited By Ramkesh,Updated: 27 Apr, 2020 12:33 PM
कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन से रोजी-रोटी छिन जाने सें प्रवासी मजदूर अपने घर की तरफ जाने को मजबूर है।
गोरखपुर: कोरोना महामारी एवं लॉकडाउन से रोजी-रोटी छिन जाने सें प्रवासी मजदूर अपने घर की तरफ जाने को मजबूर है। रेल,बस सेवा बंद होने के कारण पैदल ही मजदूर अपने गांव निकल रहे है । ऐसा ही मामला गोरखपुर में देखने को मिला जहां पर बिहार के अररिया जिले के रहने वाले युवक पैदल ही अपने घर के लिए जा रहा था। इसी दौरान उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए गोरखपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बता दें कि युवक लुधियाना में मजदूरी करता था और19 अप्रैल को पैदल गोरखपुर आया था। चेकिंग में पकड़े जाने पर पुलिस ने कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद युवक को रेलवे स्टेशन रोड के रैन बसेरा में क्वारेंटाइन करा दिया था। युवक की तीन दिन पहले उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई। जिसके बाद पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने युवक की मौत की जानकारी जुबरैल के बड़े भाई हामिद अंसारी और कुशीनगर में रहने वाली बहन गुलेशा को दी, लेकिन शव लेने कोई नहीं आया। प्रभारी निरीक्षक कैंट रवि राय ने बताया कि युवक के घरवालों को सूचना दे दी गई है। सोमवार सुबह तक किसी के न आने पर पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस उसका अंतिम संस्कार भी कर देगी।