Edited By Ruby,Updated: 17 Dec, 2018 11:49 AM
उत्तर प्रदेश में 18 दिसंबर को विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस बार शीतकालीन सत्र ज्यादा बड़ा नहीं है। सरकार अनुपूरक बजट पास कराने के प्रयास में लगी है। वहीं विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरने के लिए अपनी कमर कस ली...
लखनऊः उत्तर प्रदेश में 18 दिसंबर को विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बार शीतकालीन सत्र ज्यादा बड़ा नहीं है। सरकार अनुपूरक बजट पास कराने के प्रयास में लगी है। वहीं विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरने के लिए अपनी कमर कस ली है। सपा, बसपा और कांग्रेस ने सोमवार को अपने-अपने विधानमंडल दल की बैठक बुलाई है। इसमें विस्तार से रणनीति तय की जाएगी। आसार लगाए जा रहे हैं कि इस बार सत्र हंगामेदार होने वाला है।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के मुताबिक, “सत्र छोटा है लेकिन एक-एक मिनट का उपयोग होगा। हर मुद्दे पर विपक्षी दलों को चर्चा का समय दिया जाता है और वह पूरा सहयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि इस सत्र में सभी माननीय दूसरे विधानसभा चुनाव को लेकर बहस नहीं करेंगे ऐसी उन्हें उम्मीद है। वहीं बुलंदशहर में हुई हिंसा के मुद्दे को विपक्षी पार्टियां प्रमुखता से उठाएंगी। इसके साथ ही गन्ना मूल्य और धान खरीद के मुद्दे भी सदन में उठाए जाएंगे।