Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 Sep, 2018 08:57 PM
समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सूबे के शैक्षणिक संस्थानों में अराजकता की स्थिति तेजी से बढ़ रही है जो देश के सामाजिक और राजनैतिक दृश्य के लिए ठीक नहीं है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सूबे के शैक्षणिक संस्थानों में अराजकता की स्थिति तेजी से बढ़ रही है जो देश के सामाजिक और राजनैतिक दृश्य के लिए ठीक नहीं है।
यादव ने पार्टी मुख्यालय पर कहा कि विश्वविद्यालयों में अराजकता के चलते शैक्षणिक गतिविधियों का ठप पड़ना आम हो चुका है। सरकार की गलत नीतियों के चलते छात्रों-नौजवानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हार के डर से भाजपा ने गोरखपुर विश्वविद्यालय और बस्ती के महाविद्यालयों के छात्रसंघ चुनाव बिना किसी ठोस कारण स्थगित कर दिए गए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रों से हास्टल जबरन खाली कराए जा रहे हैं और उनके साथ बर्बर व्यवहार किया जा रहा है। भाजपा सरकार छात्रों-नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
यादव ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में मेरिट लिस्ट में नाम होने के बाद भी छात्रों को प्रवेश से वंचित रखा जा रहा है। प्रवेश की मांग को लेकर अहिंसा पूर्वक तरीके से धरना देने पर छात्रों पर गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज कर जेल भेज दिया गया, जिनकी अब तक रिहाई नहीं हुई। शासन का यह कृत्य असंवैधानिक है। यह सरकार छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार वास्तव में शिक्षण संस्थानों का प्रयोग अपने राजनैतिक हित साधने के लिए कर रही है।