Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Nov, 2018 01:39 PM
राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरे देश में सियासत तेज है। मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन राजनेताओं से लेकर संत समाज तक बयानबाजी से नहीं चूक रहे हैं। इसी कड़ी में काशी सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने राम मंदिर...
आजमगढ़ः राम मंदिर निर्माण को लेकर पूरे देश में सियासत तेज है। मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन राजनेताओं से लेकर संत समाज तक बयानबाजी से नहीं चूक रहे हैं। इसी कड़ी में काशी सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने मंदिर निर्माण में राजनीति व न्यायपालिका को सबसे बड़ी बाधा करार देते हुए कहा कि संत समाज भी राजनीति का शिकार है, अगर चाह ले तो मंदिर अवश्य बन जाएगा। उन्होंने कहा कि इन दोनों के कारण ही अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण में देरी हो रही है। साथ ही कहा कि संसद पर हुए हमले के मामले में न्यायपालिका रात के 12 बजे खुलती है, लेकिन राम की बात आने पर महज पांच मिनट में तीन महीने की तारीख दे दी जाती है।
स्वामी नरेंद्रानंद ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, उसे पूरा करना चाहिए। सरकार को राममंदिर के लिए दोनों सदनों में विशेष सत्र बुलाकर सोमनाथ मंदिर की तरह राममंदिर निर्माण को कराना चाहिए। उन्होने कहा कि कहीं न कही आज संत समाज भी राजनीति का शिकार हो गया गया है। अगर ईमानदारी से जनता और संत समाज चाह ले तो राम मंदिर अवश्य बन जाएगा।
बता दें कि शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती मंगलवार को आजमगढ़ जिले में गजही स्थित मां शारदा कॉलेज में मौनी महाराज व राम दरबार की प्रतिमा अनावरण के सिलसिले में पहुंचे थे।