Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 04:27 PM
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वच्छता को लेकर तमाम कोशिशों के बाद भी हालात बदलते नहीं दिख......
वाराणसीः प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्वच्छता को लेकर तमाम कोशिशों के बाद भी हालात बदलते नहीं दिख रहे हैं। जिले में साफ-सफाई के हालत अभी भी बेहद खराब हैं। लेकिन अब एेसा नहीं होगा क्योंकि नगर निगम ने फरमान जारी किया है कि शहर में अगर कहीं कोई पान थूकता पाया गया तो उस पर कार्रवाई होगी और जुर्माना भी लगेगा।
बता दें कि इस घोषणा के बाद बनारस में पान खाने वाले बेहद परेशान हैं। सड़कों पर अब पान खाकर थूकने पर जुर्माना लगेगा। इस फरमान के बाद पान खाने वालों में बहस शुरू हो गई है। कोई इसके पक्ष में है, तो कोई कह रहा है कि ये तुगलकी फरमान है। लोगों का कहना है कि पहले वो थूकने की जगह तो निर्धारित करें फिर जुर्माने की बात करें।
स्थानीय निवासी पंडित मिश्रा ने कहा कि पान बनारस की जान और शान है। उन्होंने कहा कि पान पर तो गाना भी बना है, 'खाइके पान बनारस वाला, खुल जाए बंद अकल का ताला'। तो जब अक्ल बंद हो जाती है, तब लोग पान खाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नगर निगम के अधिकारी खुद पान खाते हैं, ऐसे में सरकार पहले उन्हें सुधारे, फिर जनता को सुधारें।
नगर आयुक्त नवीन बंसल ने कहा कि आज स्वच्छता को लेकर पूरा देश गंभीर है। प्रधानमंत्री ने शपथ लेने के बाद यह नारा दिया था कि हमें अपने आप को स्वच्छ रखना है। पूरे देश में उन्होंने स्वच्छता अभियान चलाया है। इसी के चलते हम यह नया प्रयास कर रहे है कि जो लोग सफाई होने के बाद जगह-जगह कूड़ा फेंकते हैं, उन्हें वहीं पर उसका निस्तारण करना है। एेसा नहीं करने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गंदगी किसी भी चीज से हो सकती है। पान से हो सकती है, मुंह में चबाने वाली चीज से हो सकती है। इसमें अलग-अलग चीजों से गन्दगी फैलाने पर अलग-अलग जुर्माने की राशि होगी। अगर मल्टीपल टाइम करेंगे तो जुर्माने की राशि बढ़ जाएगी और अंतिम विकल्प हमारे पास ये होगा की हम उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर देंगे।