Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 Jul, 2019 02:36 PM
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पर हुए हमले का मामला जांच में झूठा पाया गया है। रायबरेली पुलिस ने बताया कि फोरेंसिक टीम द्वारा की गई जांच में पाया गया है कि अदिति सिंह पर हमला नहीं किया गया था, बल्कि वह दुर्घटना में घायल हुई थीं। फाइनल रिपोर्ट के...
रायबरेलीः कांग्रेस विधायक अदिति सिंह पर हुए हमले का मामला जांच में झूठा पाया गया है। रायबरेली पुलिस ने बताया कि फॉरेंसिक टीम द्वारा की गई जांच में पाया गया है कि अदिति सिंह पर हमला नहीं किया गया था, बल्कि वह दुर्घटना में घायल हुई थीं। फाइनल रिपोर्ट के बाद बीजेपी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह उनके भाईयों को क्लीन चिट दे दी गई है।
विधायक ने रिपोर्ट पर जताई असंतुष्टि
वहीं पुलिस की रिपोर्ट पर सदर विधायक ने असंतोष जताते हुए पुनर्विवेचना कराने की बात कही है। उन्होंने कहा, मुझ पर हमला हुआ। पुलिस ने अगर फाइनल रिपोर्ट लगा दी है तो ये गलत है। मैं पुनर्विवेचना के लिए बात करूंगी। इस जांच से मैं संतुष्ट नहीं हूं।
क्या है मामला?
बता दें कि 14 मई 2019 को रायबरेली में जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी। इसी सिलसिले में अदिति सिंह अपने समर्थकों के साथ लखनऊ से रायबरेली जा रही थीं। तभी लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर अदिति सिंह की गाड़ी पर कुछ दंबगों ने हमला कर दिया। विधायक की गाड़ी जो बहुत अधिक गति में थी, अनियंत्रित होकर गाड़ी हरचंदपुर क्षेत्र के मोदी स्कूल के पास पलट गई। इस हादसे में अदिति सिंह को चोटें आई। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल भर्ती कराया गया था।
जिसके बाद विधायक अदिति सिंह ने हरचंदपुर थाने में लिखित तहरीर देकर बीजेपी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह सहित कई अन्य अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमले करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था।
वहीं इस घटना के बाद बीजेपी एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि 14 मई को रायबरेली के जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर घटित घटनाक्रम को गलत तरीके से पेश किया गया। राजनैतिक फायदा लेने के उद्देश्य से कांग्रेस और सपा के नेताओं ने इसे मीडिया के सामने गलत रूप से पेश किया। यह सिर्फ सरकार को बदनाम करने की साजिश है, जबकि सच्चाई कुछ और है।