Edited By Ajay kumar,Updated: 10 Jul, 2019 09:26 AM
आगरा में सोमवार को हुई बस दुर्घटना के कारणों की जांच करने के लिए गठित समिति द्वारा रिपोर्ट तैयार किये जाने के बीच प्रथमदृष्टया यह निष्कर्ष निकल कर आया है कि तेज रफ्तार से बस चला रहे ड्राइवर को संभवत: झपकी लग गयी थी और इसी कारण इतना बड़ा हादसा हुआ।
आगरा: आगरा में सोमवार को हुई बस दुर्घटना के कारणों की जांच करने के लिए गठित समिति द्वारा रिपोर्ट तैयार किये जाने के बीच प्रथमदृष्टया यह निष्कर्ष निकल कर आया है कि तेज रफ्तार से बस चला रहे ड्राइवर को संभवत: झपकी लग गयी थी और इसी कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। आगरा की अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) निधि श्रीवास्तव ने कहा, ''तड़के हुई दुर्घटना में जिन कुछ यात्रियों की जान बच गयी, उन्होंने अधिकारियों को बताया कि ड्राइवर को संभवत: झपकी लग गयी थी।''
उन्होंने जीवित बचे यात्रियों से मिली जानकारी के हवाले से कहा, ''जिस समय हादसा हुआ, अधिकांश यात्री सोये हुए थे इसलिए उन्हें दुर्घटना की असल वजह का पता नहीं है। उन्हें सिर्फ इतना याद है कि अचानक बस हवा में उछली और जबर्दस्त टक्कर की आवाज आयी। उसके बाद यात्रियों ने खुद को पानी में पाया।''
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दुर्घटना के कारणों की जांच करने के लिए गठित समिति रिपोर्ट तैयार कर रही है और इसके बुधवार तक सौंपे जाने की उम्मीद है। समिति में परिवहन आयुक्त, आगरा के मंडलायुक्त और एक पुलिस महानिरीक्षक मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें 24 घंटे में दुर्घटना के कारणों की जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
अपर मुख्य सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने बताया, ‘‘समिति से कहा गया है कि वह दुर्घटना की वजह पर तो रिपोर्ट दे, साथ ही दीर्घकालिक उपाय भी सुझाये ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।'' सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार विशेषकर तड़के और रात में तेज रफ्तार के खतरों को लेकर पहले भी आगाह कर चुके हैं।
गौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेसवे पर सोमवार तड़के हुई यूपी रोडवेज की बस दुर्घटना में 29 यात्रियों की जान चली गयी और 18 अन्य घायल हो गये। एतमादपुर में बस पुल की रेलिंग तोड़ती हुई नाले में जा गिरी। बस लखनऊ से दिल्ली जा रही थी और उसमें लगभग 50 यात्री सवार थे।