Edited By Ruby,Updated: 13 Oct, 2018 05:51 PM
उत्तर प्रदेश में पुलिस अफसरों और सिपाहियों की आत्यहत्या का दौर लगातार जारी है। इसी कडी़ में ताजा मामला हरदोई का है। यहां सिपाही संदीप यादव ( 30) पुत्र स्वर्गीय अभय राम यादव का शव पुलिस लाइन परिसर में बने सरकारी क्वार्टर में दिन में करीब 12 बजे...
हरदोईः उत्तर प्रदेश में पुलिस अफसरों और सिपाहियों की आत्यहत्या का दौर लगातार जारी है। इसी कडी़ में ताजा मामला हरदोई का है। यहां सिपाही संदीप यादव ( 30) पुत्र स्वर्गीय अभय राम यादव का शव पुलिस लाइन परिसर में बने सरकारी क्वार्टर में दिन में करीब 12 बजे फांसी पर लटकता मिला। इस घटना से पूरे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
दरअसल संदीप का भाई संजय यादव अपने भाई की बैरक पर पहुंचा तो काफी देर तक दस्तक देने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो संजय ने पुलिस लाइन के मेजर से संपर्क किया। फिर दोनों ने मिलकर दरवाजे की दराज़ से झांका तो अंदर सिपाही संदीप यादव का शव फांसी के फंदे पर झूलता नजर आया। जिसके बाद दरवाजे को तोड़ कर सिपाही संदीप का शव उतारा गया।
बता दें कि संदीप यादव पिछले 3 महीनों से लाइन हाजिर चल रहा था सांडी थाने में तैनाती के दौरान उसको लाइन हाजिर किया गया था जिसकी वजह से भी वह डिप्रेशन में था। पुलिस अधीक्षक आलोक ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है। संदीप 2012 बैच का सिपाही था और पुलिस लाइन में ही तैनात था। मृतक आश्रित कोटे से उनकी तैनाती हुई थी। संदीप मूल रूप से मैनपुरी जनपद के भोगांव कस्बे का रहने वाला था। उनका बड़ा भाई संजय यादव भी हरदोई जनपद के पिहानी थाने में सिपाही के पद पर तैनात है। सिपाही संदीप की मौत से पूरे विभाग में सनसनी फैल गई।