Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 01 Mar, 2020 05:20 PM
देश का अन्नदाता है किसान मगर आर्थिक रूप से कमजोर, तंगहाली की मार झेल रहे किसान आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में भी...
बाराबंकीः देश का अन्नदाता है किसान मगर आर्थिक रूप से कमजोर, तंगहाली की मार झेल रहे किसान आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में भी सियासत का खेल खेलने वाले शांत नहीं होते हैं। खबर है उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से जहां कर्ज में डूबे किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। वहीं किसान की मौत पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद उपेंद्र रावत के बेतुके बोल सामने आए हैं।
राजस्व टीम की कस्टडी में जहर खाने से किसान की हुई थी मौत
उन्होंने किसान की मौत पर कहा कि 'इसमें प्रशासन की कोई गलती नहीं है। मृतक पर प्रेशर था, वह तो पकड़ कर राजस्व कर्मी ले गए थे। उन पर कर्ज बहुत ज्यादा था इसलिए शायद वह समझ नहीं पाए और उनका दिमाग काम नहीं किया।‘ बता दें कि एक तरफ तो सांसद मृतक के परिजनों से मिलकर मजिस्ट्रेट जांच करवाने का आश्वासन दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कर्ज में डूबे किसान की मौत पर प्रशासन के पक्ष में खड़े हुए नजर आते है। राजस्व टीम के जरिए कर्ज में डूबे किसान की कस्टडी में जहर खाने से हुई मौत पर BJP सांसद का यह बयान शर्मनाक है। उपेंद्र रावत दोनों तरफ से लीपापोती करते नजर आए।
वहीं जब सांसद से पूछा गया कि तहसील के अफसर अक्सर मृतक किसान से वसूली करते थे तो रावत बोले, 'हो सकता है कि ऐसा होता हो। अगर ऐसा है तो मजिस्ट्रेट जांच होगी और सारी बातें सामने आ जाएगी।
मृतक किसान के परिजनों की मांग- आरोपी राजस्व कर्मियों पर दर्ज हो मुकदमा
दरअसल मृतक किसान की परिजनों की मांग है कि किसान का कर्ज माफ हो और आरोपी राजस्व कर्मियों पर मुकदमा दर्ज हो। लेकिन जिला प्रशासन आरोपी अधिकारियों को बचाता नजर आया। इसपर डीएम आदर्श सिंह ने बयान जारी करते हुए बताया कि किसान पर 49 लाख का कर्ज था। DM किसान को कर्जदार बताकर अपनी राजस्व टीम को बचाते नजर आए।
यह था मामला
मामला बाराबंकी के सिद्धौर क्षेत्र के मवैया मजरे सादुल्लापुर का है। यहां रहने वाले जगजीवन वर्मा ने तीन बैंकों से करीब 49 लाख रुपये का कर्ज ले रखा था. कर्ज की अदायगी न होने पर केनरा बैंक जैदपुर, कॉर्पोरेशन बैंक बाराबंकी और इंडियन बैंक शाखा सतरही ने आरसी जारी कर दी थी। गुरुवार को नायब तहसीलदार हैदरगढ़ अभिषेक यादव के नेतृत्व में राजस्व टीम कर्ज वसूलने के लिए गांव पहुंची थी। लेकिन DM के जरिए बताया गया कि किसान ने जहर खा लिया था, जिससे उसकी मौत हो गई है।