Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 03 May, 2020 01:21 PM
खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा देश में तेजी से पांव पसारता जा रहा है। लिहाजा देश भर में लॉकडाउन लागू है। इस बीच 5 मई से यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं...
लखनऊः खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा देश में तेजी से पांव पसारता जा रहा है। लिहाजा देश भर में लॉकडाउन लागू है। इस बीच 5 मई से यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की कॉपियां चेक करने का आदेश आ गया है। जिसे लेकर परेशान शिक्षक इस आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट का जाएंगे।
UP माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव लाल मणि द्विवेदी ने बताया कि अध्यापकों ने जांच केंद्रों पर कॉपियों की चेकिंग करने से मना कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि जहां एक तरफ कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए PM ने लॉकडाउन को बढ़ा दिया है वहीं दूसरी तरफ UP सरकार कॉपियों की चेकिंग को दुबारा शुरू करवाना चाह रही है। ऐसे में 275 मूल्यांकन केंद्रों पर करीब 1.47 अध्यापकों को मूवमेंट करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि UP में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं फिर भी उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा कॉपियों की चेकिंग के लिए दबाव बना रहे हैं। जो कि हर तरह से खतरनाक है और अध्यापकों को मुश्किल में डालने वाला है।
द्विवेदी ने बताया कि डिप्टी CM को भेजे पत्र में हमने कॉपियों की चेकिंग को 15 मई तक टालने का निवेदन किया है। टीचर्स ऑर्गेनाइजेशन ने मांग की है कि उन्हें घर से कॉपी चेक करने की इजाज़त दी जाए।