Edited By Pooja Gill,Updated: 19 Jul, 2025 01:00 PM

नोएडा: ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र स्थित एक विश्वविद्यालय के छात्रावास में मेडिकल की एक छात्रा ने शुक्रवार रात कथित रूप से आत्महत्या कर ली। इस मामले में उसको प्रताड़ित करने के आरोप में डीन समेत सात...
नोएडा: ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र स्थित एक विश्वविद्यालय के छात्रावास में मेडिकल की एक छात्रा ने शुक्रवार रात कथित रूप से आत्महत्या कर ली। इस मामले में उसको प्रताड़ित करने के आरोप में डीन समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके दो प्रोफेसर को हिरासत में लिया गया है।
पंखे से फंदा लगाकर किया सुसाइड
जानकारी के मुताबिक, नालेज पार्क थाना क्षेत्र में स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने छात्रावास के अपने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। बताया जा रहा है कि गुरुग्राम निवासी ज्योति के पिता रमेश जांगड़ा ने विश्वविद्यालय के डीन डॉक्टर एम सिद्धार्थ और प्रोफेसर सैरी मैडम, महेंद्र, अनुराग अवस्थी एवं सुरभि के अलावा एक अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। रमेश का आरोप है कि इन लोगों के उत्पीड़न, दुर्व्यवहार एवं धमकाए जाने के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या की।
बेटी को किया जा रहा था प्रताड़ित- मृतक के पिता
रमेश के अनुसार, ज्योति ने उसके साथ दुर्व्यवहार होने के बारे में उन्हें बताया था और उन्होंने कॉलेज में आकर इस बारे में डीन एवं अन्य लोगों से बातचीत की थी। रमेश ने कहा कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि ज्योति के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया जाएगा, लेकिन उसके बाद भी उसे प्रताड़ित किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि शुक्रवार देर रात उन्होंने अपनी बेटी को फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उनकी बेटी के साथ कमरे में रहने वाली एक अन्य छात्रा ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला।
मरने से पहले लिखा सुसाइड नोट
रमेश ने दावा किया कि उन्होंने रात में ग्रेटर नोएडा पुलिस को घटना की सूचना दी, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को भी सूचित नहीं किया था। छात्रा ने मरने से पूर्व एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने कॉलेज प्रशासन के लोगों को आरोपी ठहराया है। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और दो प्रोफेसर महेंद्र एवं सैरी मैडम को हिरासत में लिया गया है। शारदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पी के गुप्ता ने कहा कि मामले की विश्वविद्यालय के स्तर पर आंतरिक जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में डीन ने उन्हें बताया कि छात्रा ने अपने एक ‘टेस्ट' की कॉपी में प्रोफेसर के फर्जी हस्ताक्षर किए थे जिसे लेकर उसे टोका गया था और उसके परिजनों को भी बुलाकर यह बात बताई गई थी। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन इस मामले की जांच में पुलिस की पूरी मदद करेगा।