Edited By Deepika Rajput,Updated: 14 Jul, 2019 12:05 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जितनी संजीदा है, उससे कहीं ज्यादा लापरवाह पुलिस महकमा है। दरअसल, कन्नौज में बीजेपी नेता व उसके शिक्षक भांजे की सताई महिला टीचर को जब इंसाफ नहीं मिला तो वह मजबूर होकर एसपी कार्यालय के बाहर धरने पर...
कन्नौजः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जितनी संजीदा है, उससे कहीं ज्यादा लापरवाह पुलिस महकमा है। दरअसल, कन्नौज में बीजेपी नेता व उसके शिक्षक भांजे की सताई महिला टीचर को जब इंसाफ नहीं मिला तो वह मजबूर होकर एसपी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गई है। पीड़िता का कहना है कि या तो मुझे न्याय दो, या फिर मौत।
प्रधानाध्यापिका अनुराधा सोनकर का आरोप है कि स्कूल में पढ़ाने वाला सहायक अध्यापक सुरजीत सिंह तोमर शिक्षण कार्य नहीं करता। वह स्कूल से गायब होकर ठेकेदारी करता है। जब वह उसकी अनुपस्थिति लगा देती तो वो गंदी गालियां देता है। सुरजीत का मामा हरिबक्स सिंह बीजेपी नेता है। प्रधानाध्यापिका ने कहा कि, सत्ता की हनक दिखाकर उसने झूठे षड्यंत्र के तहत सस्पेंड कराया था। 5 महीने सस्पेंड रहने के बाद जब वह बहाल हुई तो शिक्षक सुरजीत ने उसके दफ्तर में ताला डाल दिया। जब उसने इसका विरोध किया तो सुरजीत सिंह ने उसको जमकर गालियां दी। पीड़िता ने बताया कि उसने दो बार पुलिस अधीक्षक से इस मामले की शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महिला शिक्षिका को जब न्याय नहीं मिला तो वह बैनर लगाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर बैठ गई। उसका कहना है कि जब तक उसको न्याय नहीं मिला जाता तब तक वह धरने पर बैठी रहेगी। उसके बाद भी न्याय नहीं मिला तो वो मौत की मांग करेगी। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि धरने पर महिला शिक्षिका के बैठने की जानकारी मिली है। मामले में पहले भी एप्लीकेशन आई थी, जिसकी जांच क्षेत्राधिकारी तिर्वा कर रहे हैं। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।