Edited By ,Updated: 10 Mar, 2016 07:19 PM
यूपी के बुलन्दशहर की डीएम बी.चन्द्रकला की सेल्फी लेने पर एक युवक को जेल भेजे जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है।
बुलन्दशहर(इकबाल सैफी): यूपी के बुलन्दशहर की डीएम बी.चन्द्रकला की सेल्फी लेने पर एक युवक को जेल भेजे जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। 3 फरवरी को बुलन्दशहर की डीएम बी.चन्द्रकला ने दावा किया था कि मीटिंग के दौरान युवक उनकी मेज के पास आया और ऐसे सेल्फी लेने लगा जैसे दोनों के चेहरे सटे हुए हों। लेकिन 2 फरवरी को जब युवक जेल भेजा गया तो चालानी रिपोर्ट में पुलिस ने कुछ और ही लिखा था। आज मिली चालानी रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। जिसमें कहा गया है कि युवक कलैक्ट्रेट में आने-जाने वालों की, मोबाइल से फोटो खींच रहा था। जिसके कारण शान्ति व्यवस्था भंग होने के अंदेशे के चलते पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
बुलन्दशहर की डीएम बी.चन्द्रकला अकसर सुर्खियों में रहती हैं। लेकिन इस बार बी.चन्द्रकला के बयान की पोल आईपीसी की धारा 151 के तहत जेल भेजे गए युवक फराज पुत्र इमरान निवासी ग्राम कमालपुर की इस चालानी रिपोर्ट ने खोल दी है। जिसे बुलन्दशहर कोतवाली नगर पुलिस के एएसइआई राजेश कुमार ने 2 फरवरी 2016 को सिटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया था।
अब युवक की चालानी रिपोर्ट सच्ची है, या डीएम बी.चन्द्रकला का बयान। सवाल ये खड़ा होता है कि जब डीएम बी चन्द्रकला की युवक सेल्फी खींच रहा था तो फिर चालानी रिपोर्ट में सच्ची बात क्यों नही लिखी गई?