Edited By Anil Kapoor,Updated: 14 Aug, 2018 08:01 AM
शिव सेना द्वारा श्रावण मास के तीसरे सोमवार को यमुना के पीछे ताज कोरीडोर से ताजमहल को तेजोमहल मानते हुए आरती उतारी गई। इस अवसर पर प्रसाद वितरण किया गया, साथ ही जोरदार नारेबाजी की गई।
आगरा: शिव सेना द्वारा श्रावण मास के तीसरे सोमवार को यमुना के पीछे ताज कोरीडोर से ताजमहल को तेजोमहल मानते हुए आरती उतारी गई। इस अवसर पर प्रसाद वितरण किया गया, साथ ही जोरदार नारेबाजी की गई।
शिव सैनिक अलग-अलग टुकड़ियों में यमुना की तलहटी ताज कोरीडोर पर एकत्र हुए थे जिनके गले में भगवा, हाथों में झंडा था। शिव सैनिकों ने घंटे घड़ियाल व शंख बजाकर तेजोमहल की आरती उतारी। इसके बाद जय भवानी, जय शिवाजी, शिव सेना जिंदाबाद, ताज नहीं शिव मंदिर, तेजोमहल को मुक्त करो आदि के नारे लगाए गए।
शिव सेना जिला प्रमुख वीनू लवानियां ने कहा कि ताजमहल शिव मंदिर है और हिन्दुओं की आस्था का प्रमुख प्रतीक है। अगर श्रावण मास में तेजोमहल की आरती भारत देश में रह कर नहीं उतारेंगे, तो क्या पाकिस्तान या किसी अन्य जगह जाकर उतारेंगे। अगर सरकार समुदाय विशेष के लोगों को वहां नवाज पढ़वा सकती है, तो श्रावण मास में हिन्दुओं को शिव चालीसा के पाठ की अनुमति क्यों नहीं देती।