Edited By Ajay kumar,Updated: 01 Apr, 2020 04:07 PM
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के प्रयासों को ....
लखनऊ: शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा कि कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के प्रयासों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर इसके कारण कोई मौत हुई, तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
बता दें कि वसीम रिजवी ने आरोप लगाया कि तब्लीगी जमात के लोग प्रचार करते हैं कि अल्लाह तुमको मरने के बाद जन्नत में रखेगा और हर ऐशो आराम देगा। दुनिया में जो अल्लाह को नहीं मानते हैं, जो कुरान शरीफ को नहीं मानते हैं वह सब काफिर हैं। काफिर अल्लाह के दुश्मन हैं। उनसे ना कारोबार करना चाहिए उनका ना तो खाना चाहिए और जब भी वक्त मिले तो उनको नुकसान पहुंचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये लोग नौजवान लड़कों को यहां तक समझाते हैं कि काफिरों को मारना सवाब है।
तब्लीगी जमात मुस्लिम नौजवान लड़कों को कट्टर बनाता है
उनहोंने आरोप लगा कि ये मुस्लिम नौजवान लड़कों को कट्टर बनाना है, जब कोई भी मुस्लिम लड़का कट्टर बन जाएगा तो वह आसानी से किसी भी आतंकी संगठन के लिए काम करने के लिए तैयार हो जाता है। रीजवी ने बताया कि उनकी विचार धारा से युवक मानव बम बहुत आसानी बन जाता है, क्योंकि वह जब यह सोचने लगेगा कि अगर हम काफिरों को मार कर जन्नत चले जाएंगे तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है मौत तो एक बार आनी ही है क्यों ना अल्लाह की राह में कुर्बानी देते हुए काफिरों को मारकर जन्नत में जाया जाए, बस इसी तरह की मानसिकता यह दुनिया मे पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
आतंकी संगठनों की यह बुनियादी ताकत
उन्होंने कहा कि आज मुस्लिम नौजवान लड़कों में बहुत तब्दीलियां आई है पहले चेहरे पर दाढ़ी कुर्ता पजामा वहीं लोग पहना करते थे जो लोग किसी मदरसे में पढ़ते थे,लेकिन अब बहुत बड़ी तादाद में पढ़े लिखे मुसलमान और नौजवान लड़के इस्लामिक दाढ़ी रख रहे हैं दाढ़ी रखना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन मानसिकता को बदल कर कोई नया काम किया जा रहा है या इंसान में कोई बदलाव आ रहा है तो यह इस बात का सबूत है कि उसकी सोच में कोई बदलाव जरूर आया है। खतरनाक तब्लीगी जमात को खत्म करने की जरूरत है, क्योंकि हर मुस्लिम आतंकी संगठनों की यह बुनियादी ताकत है,ये वो काम उनके लिए करते है जो आतंकी संगठन खुल कर नही कर सकते, हिंदुस्तान में तो जरूर इस जमात पर प्रतिबंध लगना चाहिए।