Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 15 Aug, 2022 04:51 PM
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में बड़ी खबर सामने आई है। इस मामले में स्वामी अमर गिरि ने मीडिया को जानकारी दी है कि महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में एफ...
प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में बड़ी खबर सामने आई है। इस मामले में स्वामी अमर गिरि ने मीडिया को जानकारी दी है कि महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में एफआईआर वापस करने का हलफनामा दाखिल करने के बाद से ही दबाव डाला जा रहा है और जान से मारने की धमकी भी मिल रही है। लेटे हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक की जिम्मेदारी छीने जाने के बाद उन्होंने कहा कि अगर सुरक्षा नहीं मिली तो उनका भी हाल बड़े महाराज महंत नरेंद्र गिरि जैसा ही हो सकता है।
दरअसल, कुछ दिन पहले एफआईआर वापस लेने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करने वाले स्वामी अमर गिरि को अब मौत का डर सताने लगा है। बड़े हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक के पद से हटाए जाने के बाद उनकी चौबीस घंटे निगरानी बढ़ा दी गई है। उनकी जगह अब बड़े हनुमान मंदिर की व्यवस्था दीपक पुजारी को सौंपी गई है। दीपक पुजारी ही अब लेटे हनुमान मंदिर में दान और चढ़ावे की रसीदों का हिसाब-किताब रख रहे हैं। साथ ही मंदिर के राग, भोग, पूजा, आरती, शृंगार और अभिषेक के सामान की व्यवस्था भी दीपक पुजारी ही कर रहे हैं।
मीडिया को अमर गिरि ने जानकारी दी है कि हाईकोर्ट में एफआईआर वापस करने की हलफनामा दाखिल करने के बाद से उन्हें बड़े हनुमानजी मंदिर व्यवस्थापक पद से मुक्त कर दिया गया है। इसके बाद चौबीस घंटे उनको कैमरे की निगरानी में रखा गया है। कहीं भी आने-जाने की छूट तक नहीं है। स्वामी अमर गिरि ने बताया कि उनकी जान को खतरा पैदा हो गया है। स्वामी अमर गिरि ने जानकारी दी है कि लेटे हनुमानजी मंदिर में व्यवस्थापक की जिम्मेदारी महंत नरेंद्र गिरि ने दी थी। वह ब्रह्मलीन होने से पहले सुसाइड नोट पर भी यह जिम्मदारी देने की बात लिखी है। ऐसे में लेटे हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक पद से उनको हटाया ही नहीं जा सकता। दबाव बनाने के लिए जो प्रयाय किए जा रहे हैं, हम सच के साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे।