Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 Oct, 2018 10:37 AM
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भाजपा से गठबंधन जारी रखने या नहीं रखने को लेकर आगामी 27 अक्टूबर को फैसला ले सकती है।
बलियाः उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भाजपा से गठबंधन जारी रखने या नहीं रखने को लेकर आगामी 27 अक्टूबर को फैसला ले सकती है।
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि अगर भाजपा 27 अक्टूबर तक पिछड़े वर्ग के लिए कोटे को लेकर फैसला नहीं लेती है तो उनका दल लखनऊ में आयोजित होने वाली रैली में भाजपा से गठबंधन जारी रखने या ना रखने को लेकर फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2019 के छह माह पहले पिछड़े वर्ग के आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने का भरोसा दिलाया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सदन में इसको लेकर घोषणा कर चुके हैं।
राजभर ने कहा कि अगर जनता का अभिमत बीजेपी से गठबंधन को तोड़ने के पक्ष में रहा तो वह रैली में इसको लेकर फैसला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछड़े वर्ग के आरक्षण के वर्गीकरण को लेकर फैसला नहीं किया तो उसे आगामी चुनाव में अंजाम भुगतना पड़ेगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी को राम मंदिर के नाम पर वोट दिया था, लेकिन भगवान राम अब भी तिरपाल के नीचे ही विराजमान हैं।