Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Mar, 2018 05:17 PM
शिक्षामित्र लगातार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई प्रतीक्रिया नहीं आई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को धरने पर बैठे शिक्षामित्र बढ़ती...
लखनऊः शिक्षामित्र लगातार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई प्रतीक्रिया नहीं आई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को धरने पर बैठे शिक्षामित्र बढ़ती गर्मी और चढ़ते पारे के बीच बेहोश हो गए। शिक्षामित्रों की सरकार से मांग है कि उन्हें 40 हजार की सैलरी और समायोजन के बाद मिला सहायक अध्यापक का पद दिया जाए।
दरअसल, लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में भारी संख्या में शिक्षामित्र धरना दे रहे हैं। वहीं शिक्षामित्रों का कहना है कि अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि समायोजन रद्द होने के बाद से उनका जीवन बदहाल हो गया है। उनका कहना है कि सरकार सभी शिक्षामित्रों को पैराटीचर के पद पर नियुक्त करे। जब तक उनकी नियुक्ति नहीं होती, तब तक उनको समान कार्य समान वेतन मिलना चाहिए।
इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में समायोजन रद्द होने के बाद अब तक 500 से अधिक शिक्षामित्रों की मौत हो चुकी है। उन सभी के परिवार को आर्थिक सहायता दी जानी चाहिए। शिक्षामित्रों का कहना है कि जब वह 10 हजार के मानदेय पर काम करते हैं तो पढ़ाने के लिए योग्य हो जाते हैं। वहीं 40 हजार के वेतन के लिए उनको अयोग्य माना जाता है। उन्होंने इसे सरकार की दोहरी नीति बताया।
उल्लेखनीय है कि 25 जुलाई, 2017 को आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार ने सूबे के करीब 1 लाख 37 हजार शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द किया था।