Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Mar, 2021 10:58 AM
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कुरान में 26 आयतें हटाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसके विरोध में मुस्लिम संगठन खुलकर आ गए हैं। मुस्लिम समुदाय में वसीम रिजवी के खिलाफ जबर्दस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं वसीम...
लखनऊ/मुरादाबाद: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कुरान में 26 आयतें हटाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसके विरोध में मुस्लिम संगठन खुलकर आ गए हैं। मुस्लिम समुदाय में वसीम रिजवी के खिलाफ जबर्दस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। इतना ही नहीं वसीम रिजवी के सिर को कलम करने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया गया है। तो वहीं लखनऊ में शिया-सुन्नी उलेमाओं ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर वसीम रिजवी की निंदा करते हुए उन्हें
इस्लाम से खारिज करने का फतवा जारी कर दिया है।
इस पर टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान रहमानी नदवी ने कहा कि वसीम इजराइल के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। इसका मकसद सिर्फ समाज को नुकसान पहुंचाने का है। मौलाना डॉ कल्बे सिब्तैन नूरी ने कहा वसीम के कृत्य को माफ़ नहीं किया जा सकता। वसीम रिजवी समाज का हिस्सा ही नहीं हैं। उन्होंने हमेशा मुस्लिम समाज को बदनाम किया है। वे हमारे समाज का हिस्सा ही नहीं है। दोनों मौलाना ने वसीम रिजवी को इस्लाम से खारिज और मुस्लिम समाज से बेदखल करने का फतवा दिया।
उधर, मुरादाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमीरुल हसन जाफरी ने कहा कि हम रिजवी के रिट याचिका का विरोध करते हैं। कुरआन मजीद के बारे में गलत बयानबाजी करने वालों को ऐसी सजा देना कोई अपराध नहीं है। जाफरी ने कहा कि सिर कलम करने वाले के लिए इनाम की राशि की व्यवस्था वह चंदा लेकर करेंगे। जरूरत पड़ी तो अपनी संतान तक को बेच देंगे।