Edited By Umakant yadav,Updated: 14 May, 2020 10:18 AM
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए तीसरे चरण का देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। जिससे मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा तो कुछ अपने घरों की ओर पैदल ही प्रस्थान कर दिए। इस सफर में कितने मजदूर तो...
लखनऊ: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए तीसरे चरण का देशव्यापी लॉकडाउन जारी है। जिससे मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा तो कुछ अपने घरों की ओर पैदल ही प्रस्थान कर दिए। इस सफर में कितने मजदूर तो अपने प्राण भी गवां चुके हैं। जिसे देखते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि प्रवासी श्रमिकों को किसी भी दशा में पैदल न आने दिया जाए और उनके लिए वाहन उपलब्ध करवाए जाएं। सभी प्रवासी कामगारों व श्रमिकों की स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जाए।
आगरा, मेरठ व कानपुर में लॉकडाउन का कड़ाई से हो पालन
बता दें कि सीएम योगी ने बुधवार को लोकभवन में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। जहां उन्होंने कहा कि प्रदेश में रह रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों व कामगारों को उनके गृह प्रदेश भेजने के लिए उनके राज्यों में उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए। दुकानों, मंडियों, बैंक शाखाओं आदि में सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी लोग मास्क जरूर पहनें। मुख्यमंत्री हेल्प लाइन से निगरानी समितियों के सदस्यों से संवाद जारी रखे जाएं। इसके साथ ही आगरा, मेरठ व कानपुर में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने का निर्देश दिया है।
नए उद्योगों के लिए जमीन की पर्याप्त उपलब्धता जरूरी
इस दौरान सीएम ने कहा कि कोरोना से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों की बहाली के लिए औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। इसके लिए सेक्टोरल नीतियों का जरूरत के आधार पर सरलीकरण किया जाए। नए उद्योगों की स्थापना के लिए जमीन की पर्याप्त उपलब्धता जरूरी है। राजस्व और औद्योगिक विकास विभाग के लिए लैंड बैंक स्थापना की कार्ययोजना बनाते हुए उसे लागू करने का काम करें।