Edited By Anil Kapoor,Updated: 31 Dec, 2020 11:06 AM
सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने असदुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के ‘भागीदारी संकल्प मोर्चे'' में शामिल होने के बाद इसमें दलों की संख्या लगातार बढ़ने का दावा किया। उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में सरकार बनने के बाद गरीबों को....
वाराणसी: सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने असदुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के ‘भागीदारी संकल्प मोर्चे' में शामिल होने के बाद इसमें दलों की संख्या लगातार बढ़ने का दावा किया। उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में सरकार बनने के बाद गरीबों को स्वास्थ्य, समान शिक्षा और बिजली मुफ्त दी जाएगी।
राजभर ने पत्रकारों से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार बुनियादी समस्याओं का हल निकालने के बजाय जनता को झूठे एवं लुभावने वादों से गुमराह कर रही है। नए कृषि कानून किसान विरोधी हैं और इससे उनकी स्थिति और खराब होगी। उत्तर प्रदेश के किसान इस बात को समझते हैं तथा 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर करने का अभी से मन बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोर्चा की सरकार के सत्ता में आने के बाद हर जाति एवं धर्म के गरीबों को अगले 5 वर्षों तक बुनियादी जरूरतों के लिए मुफ्त बिजली दी जाएगी। इसके अलावा बच्चों को समान पाठ्यक्रम वाली शिक्षा नि:शुल्क दी जाएगी और किसानों समेत समाज के निचले तबकों के कल्याण के लिए बुनियादी विकास एवं योजनाएं चलाई जाएगी।
राजभर ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बाहर कर वंचित लोगों को न्याय दिलाने के उद्देश्य से गठित मोर्चे की ताकत लगातार बढ़ रही है। इसमें शामिल होने वाले दलों की संख्या 8 से बढ़कर 16 हो गई है। इससे संकेत साफ है कि चुनावी सफलता उन्हें मिलेगी। उन्होंने कहा कि मोर्चे में समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों एवं लोगों के शामिल होने का सिलसिला जारी है।
इसी प्रयास की अगली कड़ी के तौर पर एआईएमआईएम अध्यक्ष एवं सांसद ओवैसी अगले महीने से वाराणसी समेत राज्य के अन्य जिलों का दौरा शुरु करेंगे। उनके कार्यक्रमों के बाद और राजनीतिक दलों के भागीदारी संकल्प मोर्चे में शामिल होने की संभावना है। गौरतलब है कि पिछले दिनों राजभर और ओवैसी के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर लखनऊ में बात हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने अन्य दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। नव गठित मोर्चे में भारतीय उदय पार्टी, भारत माता पार्टी समेत 8 दल शुरु में शामिल हुए थे।