Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 07 Feb, 2020 12:02 PM
राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित होने के बाद से जहां अयोध्या में हलचल तेज हो गई है। वहीं राम जन्मभूमि निर्माण कार्यशाला में अजब सी असमंजस की स्थिति है। असमंजस इस कदर है कि न्यास कार्यशाला के व्यवस्थापक अन्नू भाई सोनपुरा कहते है कि पहले...
फैजाबादः राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित होने के बाद से जहां अयोध्या में हलचल तेज हो गई है। वहीं राम जन्मभूमि निर्माण कार्यशाला में अजब सी असमंजस की स्थिति है। असमंजस इस कदर है कि न्यास कार्यशाला के व्यवस्थापक अन्नू भाई सोनपुरा कहते है कि पहले तो पत्थर तराशने वाले कारीगरों का पैसा विहिप से मिलता था। अब उसका कोई ट्रस्टी नहीं है और जो ट्रस्टी बने हैं उनको जानते नहीं।
उन्होंने कहा कि अब कारीगर बुलाऊंगा तो उसका पैसा कौन देगा। इसलिए अब परेशान है। लिहाजा जब ट्रस्ट वाले मिलेंगे कारीगरों का पैसा देने को कंहेगे, पेमेंट की जिम्मेदारी लेंगे। तभी कारीगरों को बुलाऊंगा।
यही कारण है कि राम मंदिर का फैसला आने और उसके बाद ट्रस्ट की घोषणा होने के बाद जब राम मंदिर निर्माण का समय आया है तो राम जन्मभूमि न्यास कार्यशाला में पत्थरों की तराशी का कार्य बंद है, जबकि अभी केवल 50 प्रतिशत ही पत्थर तराशने का कार्य हुआ है।