नहीं थम रहा फर्जी नोटों का कारोबार, STF ने लाखों के जाली नोटों सहित 5 को किया गिरफ्तार

Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Jul, 2019 12:14 PM

stf seizes fake notes of two lakh 42 thousand 5 arrested

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने अन्तररष्ट्रीय स्तर पर जाली नोटों का धंधा करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 2 लाख 42 हजार के जाली नोट बरामद किए। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ...

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने अन्तररष्ट्रीय स्तर पर जाली नोटों का धंधा करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को प्रयागराज से गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 2 लाख 42 हजार के जाली नोट बरामद किए। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने यहां यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सूचना पर एसटीएफ की टीम ने प्रयागराज से जाली नोटों को धंधा करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों प्रतापगढ़ निवासी अच्छेलाल चैरसिया उर्फ बच्चालाल चैरसिया , त्रियोगी नरायन पांडेय के अलावा प्रयागराज निवासी कपूर चन्द्र जायसवाल और पश्चिमी बंगाल के मादला निवासी सुभाष मंडल और विश्वजीत सरकार को गिरफ्तार किया। उनके पास से 2-2 हजार रुपए के 121 यानि कुल 2,42,000 जाली नोटों के अलावा 50,400 की नकदी, 9 मोबाइल फोन तथा एटीएम,निर्वाचन और आधार कार्ड बरामद किए गए।

उन्होंने बताया कि भारत-बांग्लादेष के सीमावर्ती क्षेत्रों से जाली नोटों का धंधा करने वाले गिरोह के लोग देश के विभिन्न क्षेत्रों में जाली नोट भेजे जाने की सूचना मिल रही थी। गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ की विभिन्न टीमों को लगाया गया था। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) अमित कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार पांडेय, अपर पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार एसटीएफ की प्रयागराज फील्ड इकाई को सूचना संकलन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

पंकज ने बताया कि सूचना संकलन के दौरान पता चला जाली नोटों का धंधा करने वाले गिरोह का नेटवकर् बांगलादेश एवं सम्बन्धित भारतीय सीमा क्षेत्र जलालपुर, माल्दा पश्चिम बंगाल तथा कटिहार बिहार में है। सूचना के क्रम में बताया कि जाली नोटों का धंधा करने वाले कुछ व्यक्ति सिविल लाइन बस अड्डे के पास किसी को जाली भारतीय मुद्रा देने के लिए आने वाले हैं। इस सूचना पर एसटीएफ प्रयागराज की फील्ड इकाई की टीम स्थानीय पुलिस के साथ बताए गए स्थान पर पहुंची और गिरोह के सदस्यों के आने का इन्तजार करने लगी। थोड़ी देर बाद 3 व्यक्ति सिविल लाइन बस अड्डे पर आए और आपस में बातचीत करते हुए किसी के आने का इन्तजार करने लगे।

उन्होंने बताया कि इसी बीच 2 व्यक्ति और आए तथा पांचों आपस में बातचीत करने लगे। समय सवा 3 बजे पुलिस बल ने उपरोक्त पांचों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जाली नोट बरामद किए। पूछताछ पर उन लोगों ने बताया कि इस धंधे में पिछले 9-10 वर्ष से लगे हैं। सबसे पहले उसकी मुलाकात मधुबनी बिहार के रहने वाले जयमोहन झा से दिल्ली में हुई थी। जहां पर उसको चार सौ बीसी का धन्धा सिखाया गया।

इस धन्धे में वह लोग कागज को नोट के आकार में काटकर दोनों तरफ असली नोट लगाकर असली भारतीय मुद्रा के बदले दुगना बनाकर देने का फ्राड करते थे। इसमें वह छिन्दवाड़ा मध्य प्रदेश में पकड़ा गया था। इसके बाद जयमोहन झा ने उसे मधुबनी बिहार बुलाकर नकली नोेटों का धन्धा करना सिखाया था। वह 10 हजार असली नोट के बदले 15 हजार नकली नोट देने लगा, जिसमें उसे कम लाभ होता था। सिंह ने बताया कि पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने अन्य सहयोगियों के बारे में बताया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!