Edited By Deepika Rajput,Updated: 06 Jun, 2019 10:21 AM
उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि वो किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले नहीं सोचते, लेकिन योगी सरकार और यूपी पुलिस ऑपरेशन क्लीन के जरिए बदमाशों के मंसूबों पर पानी फेरने का काम कर रही है।
प्रतापगढ़ः उत्तर प्रदेश में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि वो किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले नहीं सोचते, लेकिन योगी सरकार और यूपी पुलिस ऑपरेशन क्लीन के जरिए बदमाशों के मंसूबों पर पानी फेरने का काम कर रही है। ताजा मामला प्रतापगढ़ का है। यहां एसटीएफ लखनऊ की टीम ने मुठभेड़ के दौरान एक लाख रुपये के इनामी बदमाश को ढेर कर दिया है।
अपराध का पर्याय बन चुका तौकीर अहमद ईद मनाने के लिए घर गया था, जिसकी सूचना पुलिस को मिली थी। जब वह घर से वापस लौट रहा था, उसी दौरान कोतवाली थाने के पास एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह की अगुवाई वाली टीम ने उसे घेर लिया। घेराबंदी के बाद तौकीर ने टीम पर फायरिंग की। जवाब में एसटीएफ ने भी ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। मुठभेड़ में तौकीर गोली लगने से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं उसका एक साथी बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। पुलिस ने मौके से दो पिस्टल, कारतूस, कार्बाइन, मोबाइल और बाइक बरामद की है।
पुलिस ने बताया कि, तौकीर पर हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, रंगदारी वसूलने के कई मुकदमे दर्ज थे। इलाके के डॉक्टरों और व्यापारियों में तौकीर का खौफ था। आए दिन वो रंगदारी के लिए लोगों को फोन किया करता था। उसने प्रतापगढ़ में मार्बल व्यापारी राजेश सिंह, बंदीरक्षक हर नारायण त्रिवेदी, प्रधान दिनेश दुबे की हत्या की थी, जिसके चलते उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।