Edited By Anil Kapoor,Updated: 27 Aug, 2018 09:21 AM
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) ने हत्या कर लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के 50 हजार रुपए के इनामी और उसके साथी बदमाश को इलाहाबाद के धूमनगंज क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ) ने हत्या कर लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के 50 हजार रुपए के इनामी और उसके साथी बदमाश को इलाहाबाद के धूमनगंज क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हत्या कर लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के 50 हजार रुपए के इनामी बदमाश इलाहाबाद निवासी मो. दानिश और उसके साथी प्रतापगढ़ निवासी मो. शाहरूख को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए बदमाशों के पास से 3 मोबाइल फोन, 1 पिस्टल 32 बोर, 1 तमंचा 315 बोर, कारतूस और कुछ नगदी बरामद की गई। इन बदमाशों की एसटीएफ को काफी समय से तलाश थी।
उन्होंने बताया कि बदमाशों को पकड़ने के लिए एसटीएफ की इलाहाबाद इकाई को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसी कम्र में सूचना मिली कि हत्या एवं लूट के कई मामलों के आरोपी 50 हजार रुपए के इनामी शातिर अपराधी मऊआइमा निवासी मो. दानिश अपने साथी के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के इरादे से धूमनगंज क्षेत्र के पोंगहट पुल से एसटीपी की तरफ जाने वाले रोड पर बरूआ के पास आने वाला है। सिंह ने बताया कि इस सूचना पर एसटीएफ की टीम स्थानीय पुलिस का सहयोग लेते हुए बताए गए स्थान पर पहुंची और घेराबंदी कर बदमाशों के आने का इंतजार करने लगी। कुछ समय बाद एक सफेद रंग की कार, जिस पर गुजरात की नम्बर प्लेट लगी हुई थी, आते दिखाई दी। पुलिस बल ने कार को रूकने का इशारा किया, तभी कार सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायर कर दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायर करते हुए दोनों बदमाशों को दबोच लिया।
गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ पर बताया कि वह लोग फैक्चर गिरोह के सदस्य हैं, जिसमें 8 से 10 लोग शामिल हैं और गिरोह सरगना हफीक है। गिरोह के सदस्य प्रतापगढ, सुलतानपुर, अमेठी, इलाहाबाद से लेकर महाराष्ट्र और गुजरात में लूट एवं हत्या करने का काम करते हैं। सिंह ने इस गिरोह के 6 सदस्यों ने पिछले माह 12 जुलाई की तड़के सगरा सुन्दरपुर में रोडवेज बस रूकवा कर तमन्चे के बल पर परिचालक का बैग लूट लिया था, जिसमें 41,000 रुपए की नगदी थी। रोडवेज की लूट करने के बाद इन बदमाशों के कुछ साथी महाराष्टं एवं गुजरात भाग गए। वहां भी ये लोग अहमदाबाद, सूरत, भरूच एवं मुम्बई में छोटी-मोटी लूट एवं मोबाइल छीन कर भाग जाने का काम करने लगे।