Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Jan, 2021 10:54 AM
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की वाराणसी फील्ड इकाई ने मुठभेड़ में 25 हजार रुपये के इनामी सहित 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम एसटीएफ की वाराणसी फील्ड इकाई को...
जौनपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की वाराणसी फील्ड इकाई ने मुठभेड़ में 25 हजार रुपये के इनामी सहित 5 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम एसटीएफ की वाराणसी फील्ड इकाई को सूचना मिली की हत्या, लूट करने वाले अन्तरजिला गिरोह का सरगना छितौनी निवासी इनामी अपराधी सुभाष यादव उर्फ धीरज उर्फ नेता अपने गिरोह के साथ किसी घटना को अन्जाम देने के लिए पिण्डरा की तरफ आने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ के निरीक्षक अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक टीम मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंची। उसी दौरान मुठभेड में एसटीएफ ने इनामी गरोह सरगना सुभाष यादव उर्फ धीरज उर्फ नेता को उसके 04 साथियों सुरेश यादव सूरज यादव और वाराणसी निवासी वीरेन्द्र कुमार पाल तथा शिवपूजन पटेल को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो अपराधी फरार हो गये।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार गिरोह सरगना सुभाष यादव ने पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2012 में उसने अपने गांव के ही रहने वाले हरि यादव के कहने पर केराकत इलाके के छितौनी निवासी अच्छे लाल मौर्या की हत्या कर दी थी और वह इस मामले में जेल चला गया था। जमानत पर छूटने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2016 में मुखबिरी करने का शक होने के कारण उदय विश्वकर्मा व राजू सेठ को वाराणसी से ले जाकर चन्दवक इलाके के गोबरा गांव में उनकी हत्या कर दी थी। उसके बाद केराकत इलाके के गोलाबाजार में सररफा व्यापारी से लूट की थी। इन मामलो में वह पकड़ा गया और फिर से जेल चला गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि उसके बाद बेहडा निवासी आदर्श सिंह से भी इसकी दोस्ती हो गयी। आदर्श के गिरोह में पहले से ही बहुत से अपराधी मौजूद थे। इन लोगों ने अपना एक मजबूत गिरोह बना लिया1 और गिरोह ने हवाला कारोबार करने वाले तथा बड़े पैमाने पर पैसे का लेन-देन करने वालों के साथ लूट की घटनायें की, जिसका मुकदमा सामान्य तौर पर इस तरह के कारोबारी नहीं कराते हैं, जिसका फायदा उठाकर गिरोह लूट की घटनायें करता रहा। गिरोह सरगना ने गांव के पास भी 2018 में लूट की घटना को अंजाम दिया था और बाद में गिरफ्तार हो गया था। उन्होंने बताया कि कल भी गिरोह के सदस्य संजय सिंह बेहडा की हत्या करने के इरादे से यहां आये थे और उसके बाद आजमगढ के कोयलसा बाजार में सररफा व्यवसायी के यहॉं लूट के बाद मुम्बई भाग जाते लेकिन उसके पहले ही एसटीएफ ने गिरोह को गिरफ्तार कर लिया गया।