Edited By Ajay kumar,Updated: 18 Feb, 2020 09:51 AM
उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधानपरिषद में समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जान के खतरे को लेकर जोरदार हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी ।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा और विधानपरिषद में समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जान के खतरे को लेकर जोरदार हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी । विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सपा के सदस्य अपनी सीट पर खड़े हो गये और पार्टी अघ्यक्ष पर जान के खतरे को लेकर नारेबाजी करने लगे । विधानसभा में विपक्ष और सपा के नेता राम गोविंद चौधरी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टीऔर उत्तर प्रदेश की सरकार उनके नेता की हत्या कराना चाहती है और उनकी जान पर खतरा है ।
यादव की राजनीतिक बैठक में भाजपा समर्थक लोग जाते हैं और हंगामा करते हैं । हंगामा तब और बढ़ गया जब संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि श्री अखिलेश यादव राज्य के सम्मानित नेता हैं और मुख्यमंत्री भी रहे हैं । लेकिन उनकी जान पर कोई खतरा नहीं है । उल्टे समाजवादियों से समाज को खतरा है । संसदीय कार्य मंत्री की इस टिप्पणी के बाद हंगामा और बढ़ गया और विधानसभा अघ्यक्ष ह्दय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिये स्थगित कर दी ।दरअसल पिछले शनिवार को कन्नौज में श्री यादव की सभा में एक युवक ने जयश्री राम के नारे लगाये थे जिसे सपा कार्यकर्ताओं ने बुरी तरह पीट दिया था । उसे शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार भी किया गया था लेकिन सपा ने उस युवक पर किया मुकदमा वापस ले लिया था ।
विधानसभा की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने नियम 311 के तहत कानपुर देहात में दलितों पर हुये कथित जुल्म का मामला उठाया । विधानपरिषद में सपा का बहुमत है और यहां भी उनके सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष पर जान का खतरा बता कर जोरदार हंगामा किया ।