Edited By Umakant yadav,Updated: 19 Feb, 2021 02:50 PM
उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच बजट सत्र के दूसरे दिन की शुरूआत हुई। इस दौरान आज सपा ने प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग की। इसके बाद हंगामा करते हुए सपा और कांग्रेस के विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच बजट सत्र के दूसरे दिन की शुरूआत हुई। इस दौरान आज सपा ने प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग की। इसके बाद हंगामा करते हुए सपा और कांग्रेस के विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। जिसे देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।
सपा एमएलसी एवं प्रवक्ता सुनील साजन ने कहा कि बहुमत समाजवादी पार्टी का है और प्रोटेम स्पीकर के खिलाफ अविश्वास है। 1956 के नियम 143 के अंतर्गत नोटिस दी गई है। प्रोटेम स्पीकर का काम शपथ दिलाने के साथ खत्म हो गया है। ऐसे में प्रोटेम स्पीकर सदन कैसे चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि सपा की नोटिस को स्वीकार कर लिया गया है और परिषद खुद यह मान रहा है तो चुनाव होना चाहिए। संवैधानिक तरीके से प्रोटेम स्पीकर सदन नहीं चला सकता हैं। भाजपा के पास चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
वहीं कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने प्रोटेम स्पीकर को लेकर कहा कि सरकार संविधान के नियमों की अनदेखी कर रही है। सरकार के अहंकार की वजह से आज विधान परिषद स्थगित हुई और हम चाहते हैं कि प्रोटेम स्पीकर पर वोटिंग हो।