Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 Jan, 2019 04:23 PM
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में दशकों की दुश्मनी महीनों में खत्म हो गई है। मोदी लहर को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) का गठबंधन हो गया है।
लखनऊः लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में दशकों की दुश्मनी महीनों में खत्म हो गई। मोदी लहर को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) का गठबंधन हो गया है। गठबंधन की औपचारिक घोषणा के बाद अब कौन सी सीट किस दल के खाते में जाएगी, इसको लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।
दोनों दलों के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) अगले एक सप्ताह में यह तय कर लेंगे कि कौन किस सीट पर चुनाव लड़ेगा। गठबंधन की रूपरेखा से जुड़े सपा के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के बीच बंटवारे वाली सीटों पर आपसी सहमति लगभग बन गई है। इसकी सार्वजनिक घोषणा बसपा प्रमुख मायावती के जन्मदिन (Birthday) (15 जनवरी) के मौके पर या इसके एक दो दिन के भीतर कर दी जाएगी। इससे पार्टी कार्यकर्ता समय रहते चुनावी तैयारियों में जुट सकेंगे।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) ने शनिवार को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस (Joint press conference) कर साथ लड़ने की बात को पुख्ता किया है। दोनों पार्टियां राज्य की 38-38 लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी, जबकि शेष 2 सीट को कांग्रेस के लिए छोड़ दिया गया है।