Edited By Anil Kapoor,Updated: 11 Jun, 2018 01:43 PM
उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा और बसपा के बीच अनौपचारिक गठबंधन के लम्बा न टिकने का दावा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ही यह गठबंधन टूट जाएगा। मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि सपा और बसपा आपस मे लड़कर ही खत्म...
बलिया(उप्र): उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा और बसपा के बीच अनौपचारिक गठबंधन के लम्बा न टिकने का दावा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले ही यह गठबंधन टूट जाएगा। मौर्य ने संवाददाताओं से कहा कि सपा और बसपा आपस मे लड़कर ही खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह मुद्दों पर आधारित गठबंधन नहीं है। मुद्दाविहीन गठबंधन कभी भी दीर्घायु नहीं होता। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा ने जाति तथा धर्म के बजाय विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ा था। विकास ही भाजपा की पहचान है तथा विकास को लेकर ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विश्व में धमक है।
उन्होंने अपने सहयोगी मंत्री तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को नसीहत देते हुए कहा कि वह सरकार में मंत्री हैं। उन्हें जो भी शिकवा,आपत्ति और मांग करनी है,वह दल के नेतृत्व के सामने इसे उठाए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक मंच से आम लोगों के सामने सरकार को लेकर कोई बात रखने का कोई मतलब नहीं है। सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए राजभर बयानबाजी कर रहे हैं।
मंत्री मौर्य दिव्यांग जन सशक्तीकरण मंत्री ओम प्रकाश राजभर के उस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें राजभर ने कहा था कि भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य के नाम पर पिछड़े वर्ग का वोट तो ले लिया, लेकिन मुख्यमंत्री केशव की बजाय योगी आदित्यनाथ को बना दिया। उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सरकारी आवास खाली करने के बाद आवास में तोड़फोड़ तथा सामान गायब होने को लेकर पूछे जाने पर कहा कि सपा सरकार की ‘गुंडाराज’ के रूप में पहचान रही है। अखिलेश ने पार्टी के चरित्र के अनुरूप ही कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राज्य सम्पत्ति की कोई क्षति हुई होगी तो कार्रवाई होगी।