Edited By Anil Kapoor,Updated: 16 Apr, 2019 04:23 PM
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा-बसपा गठबंधन को ‘महामिलावट’ कहने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर दो दलों का गठबंधन ‘महामिलावट’ है तो 38 पार्टियों के भाजपा नीत गठबंधन को क्या कहा जाएगा। अखिलेश ने एटा और मुरादाबाद में....
एटा/मुरादाबाद: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा-बसपा गठबंधन को ‘महामिलावट’ कहने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर दो दलों का गठबंधन ‘महामिलावट’ है तो 38 पार्टियों के भाजपा नीत गठबंधन को क्या कहा जाएगा। अखिलेश ने एटा और मुरादाबाद में महागठबंधन के प्रत्याशियों क्रमश: कुंवर देवेन्द्र सिंह यादव और एसटी हसन के समर्थन में जनसभाएं आयोजित कीं।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन बनने के बाद बहुत से राजनैतिक दलों की भाषा बदल गई है। अगर दो दलों (सपा-बसपा) का गठबंधन ‘महामिलावट’ है तो 38 दलों के भाजपा के गठबंधन को क्या कहा जाएगा? उन्होंने कहा कि पहले चरण में जो वोट पड़े हैं उसकी आवाज अभी तक सुनाई पड़ रही है। यह गठबंधन के पक्ष में है। हमारा गठबंधन महापरिवर्तन लाएगा। वह सामाजिक न्याय के साथ आजादी दिलाएगा। यह गठबंधन राजनैतिक रास्ता बनाने के साथ-साथ लोकतंत्र को मजबूत कर रहा है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि किसानों की आय दोगुना होने का भाजपा का वादा हवा-हवाई साबित हुआ। किसानों को तो पैदावार की लागत मूल्य तक नहीं मिल रहा है। भाजपा के दो करोड़ नौकरी देने का वादा झूठा साबित हुआ। नौजवानों के रोजगार मांगने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें पकौड़ा बनाने की सलाह दे दी। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में नौकरियों की चोरी हो गई, किसानों के खाद की बोरी से 5 किलो खाद चोरी हो गई।
यादव ने कहा कि जीएसटी से छोटे व्यापारी बेहाल हैं, नोटबंदी, कालाधन, भ्रष्टाचार खत्म होने की बात झूठी साबित हो गई। देश गरीबी, बेरोजगारी, बीमारी के मामले में दुनिया में आगे हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा समाज में जहर घोल रही है। वह देश को बर्बाद करना चाहती है इसलिए सरकार बनाना चाहती है। हम राष्ट्रहित में नई सरकार और नया प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं।