Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 05:10 PM
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सपा और बसपा का गठबंधन अवसरवादी है और इससे भाजपा पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ेेगा और कमल का फूल खिल रहा है। सिंह ज्वाला देवी इंटर कालेज में बने बूथ पर 2 बजे मतदान करने पहुंचे। जहां...
इलाहाबादः उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सपा और बसपा का गठबंधन अवसरवादी है और इससे भाजपा पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ेेगा और कमल का फूल खिल रहा है। सिंह ज्वाला देवी इंटर कालेज में बने बूथ पर 2 बजे मतदान करने पहुंचे। जहां उन्होंने ने कहा कि शहरी क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में मतदान कम हो रहा है लेकिन चिन्ता करने की बात नहीं है। लोकतंत्र में भागीदारी सभी को करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि फूलपुर में मतदान अच्छा हो रहा और शहरी क्षेत्रों के मतदाताओं को भी बाहर निकलकर अधिक से अधिक अपने मताधिकारों का प्रयोग करना चाहिए। सपा-बसपा गठबंधन का असर भाजपा पर नहीं पडऩे वाला है। फूल तो फूलपुर और गोरखपुर में कमल का ही खिलेगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा यह चुनाव जातिवाद के मुद्दे पर नहीं विकास और सुशासन के मुद्दे पर लड़ रही है। विकास का दूसरा नाम भाजपा है। जनता विकास को वोट दे रही है। सपा और बसपा ने अपने शासनकाल में विकास किया होता तो उन्हें वनवास नहीं मिलता। पार्टी को चुनाव अपनी प्रतिष्ठा के हिसाब से लडऩा चाहिए। जनता भी विकास को वोट दे रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सपा और बसपा ने गठबन्धन कमल को खिलने से रोकने के लिए किया है। फूलपुर और गोरखुपर में वर्ष 2014 में कमल था और 2019 में यहां कमल का फूल खिलने से कोई ताकत रोक नहीं सकती। भाजपा पुन: पांच साल के लिए आएगी। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन विकास के लिए नहीं राज्यसभा के लिए हुआ है। पिछले 25 साल से दूरी बनाए रखने के बाद अचानक गठबंधन का ख्याल कैसे आ गया।
सिंह ने कहा कि दलित वोट की सौदेबाजी की सोच फेल हो गई। दलित भी यही मान रहा है कि वोट विकास को देना चाहिए, वह सौदेबाजी के चक्कर से बाहर निकल आया है। उसे यह भी पता है कि विकास और सम्मान केवल भाजपा में ही संभव है। जहां भी मतदान हो रहा है वहां दलित वोट भाजपा को मिल रहा है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सिंह ने कहा कि सपा-बसपा के समझौते का असर भाजपा पर तो कतई नहीं पड़ सकता, अलबत्ता उनका मुकाबला बाहुबली अतीक अहमद बनाम विकास पर है। मतदाता विकास पर वोट दे रहा है। सपा और बसपा से अधिक वोट अतीक अहमद को मिल रहा है।