Edited By Ruby,Updated: 17 Jul, 2019 06:30 PM
सोनभद्रः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में जमीनी रंजिश को लेकर ग्राम प्रधान और ग्रामीणों में विवाद हो गया। विवाद ने इतना हिंसक रूप ले लिया कि फायरिंग होने लगी। फायरिंग में एक पक्ष के 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 लोग घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए...
सोनभद्रः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में जमीनी रंजिश को लेकर ग्राम प्रधान और ग्रामीणों में विवाद हो गया। विवाद ने इतना हिंसक रूप ले लिया कि फायरिंग होने लगी। फायरिंग में एक पक्ष के 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 लोग घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना जिले के घोरावल कोतवाली के उम्भा गांव की है। यहां सुबह एक पक्ष खेत को जोतने गया था, उसी वक्त ग्राम प्रधान और उसके लोग वहां पहुंचे और और विरोध किया। इसके बाद ग्राम प्रधान और उनके साथियों ने गोलियां चलाई और लाठी डंडों से मारपीट शुरू कर दी। इस खूनी संघर्ष में 6 पुरुष और 3 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि अन्य घायल हैं।
जिले के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। साथ ही गांव में कोई अनहोनी न हो इसके लिए पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में सूचना मिलने तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल के मुताबिक भूमि विवाद को लेकर यह घटना हुई है। सुबह कुछ लोग जोतने गए थे उसके बाद दूसरे पक्ष में उन्हें रोकने का प्रयास किया जिसके बाद गोलीबारी हुई। उन्होंने कहा कि इस मामले में ग्राम प्रधान का नाम भी आ रहा है। मृतकों को शवो को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करने में जुट गई है।
आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा
प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि घायलों का इलाज हमारी प्राथमिकता है। वहीं आरोपी प्रधान के 2 भतीजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जमीनी विवाद पहले से चल रहा था। बिहार कैडर के एक IAS ने जमीन खरीदी थी। स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। दो ग्राम प्रधानों ने फायरिंग करवाई है।
उन्होंने कहा कि घटना में अगर कोई आईएएस भी शामिल हुआ तो बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों की धरपकड़ के लिए हर घर की तलाशी जारी है। घटना में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम ने जताया शोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर शोक जताया है। इसके साथ ही उन्होंने डीजीपी को मानेटरिंग करने का निर्देश दिया है और घायलो को तुरंत इलाज के निर्देश दिए हैं।
एडीजी एलओ ने बताया क्या था मामला?
एडीजी एलओ पीवी रामा शास्त्री का कहना है कि सोनभद्र के थाना घोरावल गांव में घटना घटित हुई है। ग्राम प्रधान अपने समर्थकों के साथ 2 साल से ग्रामीणों के कब्जे की जमीन को छुड़ाने पहुंचा था। उन्होंने बताया कि 2 साल पहले 90 बीघा जमीन प्रधान ने खरीदी थी। इस दौरान ग्रामीणों के विरोध पर प्रधान और उसके समर्थकों ने गोली चलाई। जिसमें 9 लोगो की मौत हो गई 6 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं जबकि अन्य घायल है जिन्हें पहले राबर्ट्सगंज बाद में वाराणसी रेफर किया गया।
उन्होंने कहा कि एडीजी वाराणसी और डीआईजी मिर्जापुर घटना स्थल के लिए निकल चुके हैं। एसपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर हैं। उन्होंने कहा कि 2 लोगों की अभी गिरफ्तारियां हुई है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। मामले में पहले 107, 16 की कार्रवाई की गई थी। दोनों पक्षों को पाबंद भी किया गया था। इसके साथ ही विवादित जमीन को लेकर कुर्क हेतू 145 सीआरपीसी की रिपोर्ट एसडीएम को भेजी गई है।