Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 25 Jul, 2018 04:24 PM
अक्सर देखने में आता है कि जिन बच्चों को मां-बाप पाल-पोस कर बड़ा करते हैं और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने लायक बनाते हैं। वे बच्चे ही उन्हें उनके बुढ़ापे में बेहद कष्ट देते हैं। ताजा मामला बेहद हैरान कर देने वाला है। जहां एक बेटा अपने फायदे के लिए...
कानपुरः अक्सर देखने में आता है कि जिन बच्चों को मां-बाप पाल-पोस कर बड़ा करते हैं और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने लायक बनाते हैं। वे बच्चे ही उन्हें उनके बुढ़ापे में बेहद कष्ट देते हैं। ताजा मामला बेहद हैरान कर देने वाला है। जहां एक बेटा अपने फायदे के लिए इतना खुदगर्ज हो गया कि उसने अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया। बेटे के ऐसा करने की वजह सिर्फ इतनी थी कि वह अपने ससुरालियों को फंसा सके।
मामला कानपुर के उरई सिरसाकलार थाना क्षेत्र के ग्राम मड़ैया का है। यहां 22 जुलाई को बुजुर्ग महिला का खून से लथपथ शव बरामद किया गया। महिला की बेरहमी से हत्या की गई थी। जिसके चलते पुलिस महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच कर रही थी। जिसके चलते महिला के बड़े बेटे ने छोटे भाई की पत्नी के मायके वालों पर मामला दर्ज कराया। हत्या के बाद महिला का छोटा बेटा अरुण फरार था। जिसके चलते पुलिस को उसपर शक हुआ। वहीं अरुण के दिखने पर पुलिस ने उसे हिरासत मे ले लिया। वहीं जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया।
एएसपी ने बताया कि वारदात से ठीक दो दिन पहले उसका पत्नी सुनीता से विवाद हुआ था। तब मां रामप्यारी भी सुनीता से झगड़ पड़ी थी। सुनीता ने अपने पिता गयाराम और रिश्ते में भाई लगने वाले मानसिंह व रामसिंह को घर बुला लिया था। अरुण के मुताबिक उसने पत्नी सुनीता को पीट दिया तो सुनीता ने कोतवाली जाकर उसके खिलाफ एनसीआर दर्ज कराई थी। अगले दिन पुलिस पूछताछ के लिए अरुण के घर पहुंची लेकिन वह मिला नहीं। अरुण को जब पुलिस के आने का पता लगा तो घबरा गया, उसने सोचा कि कोई बड़ा केस उस पर लग गया है।
उसी वक्त उसने मां की हत्या की पूरी स्क्रिपट लिख डाली। वह 21 जुलाई को घर आया और घर के बाहर सो रही मां को लड़की का पाव मारकर मौत के घाट उतार दिया। एएसपी ने बताया कि अरुण की निशानदेही पर चारपाई का पावा बरामद कर उसे जेल भेज दिया गया है।