Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 03:55 PM
उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के पिपरौली गांव में एक सपेरे की सांप के काटने से मौत हो गई। हक्कुल की मौत से इलाके में शोक की लहर है।बता दें कि हक्कुल बचपन से ही सांपों को पकड़ने का काम करता था।
बस्ती(विवेक श्रीवास्तव): उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के पिपरौली गांव में एक सपेरे की सांप के काटने से मौत हो गई। हक्कुल की मौत से इलाके में शोक की लहर है।बता दें कि हक्कुल बचपन से ही सांपों को पकड़ने का काम करता था। गांव में जब भी किसी के घर जहरीला सांप निकलता था तो लोग हक्कुल को ही याद करते थे।
जानकारी के अनुसार हक्कुल बस्ती ,गोरखपुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर जिलों में सांपो को पकड़ने का काम करता था। सांप पकड़ना हक्कुल का कोई पेशा नहीं था बल्कि एक जुनून था। हक्कुल जब लोगों के घरों से सांपों को पकड़ता था तो बाकायदा उन सांपों का संरक्षण करता था। उसने अपनी जिंदगी में हजारों सांपों की जान बचाई थी। वह सांपों को पकड़कर अपने घर लाता था और बिना जहर वाले सांपों को जंगल में छोड़ देता था।
बताया जाता है कि जो जहरीले सांप होते थे उनको हक्कुल अपने घर में रखता था। उसने सांपों के रहने के लिए एक कमरा बनवाया था,जिसमें सापों के खाने पीने का भी इंतेजाम किया हुआ था। हक्कुल का मानना था की सांप इंसान की आधी जिंदगी है और इसलिए इनको सुरक्षित रखता है। ताकि ये इंसान को और इंसान इन सांपो को नुकसान न पहुंचा सके। हक्कुल ने अपनी पूरी जिंदगी इन सांपों के संरक्षण में लगा दी।