Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Jan, 2020 03:37 PM
उन्नाव जिले के बिहार क्षेत्र में कथित दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने अदालत में आरोप-पत्र(चार्जशीट) दाखिल कर दिया है। इस मामले में गठित किये गये विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पाण्डेय ने...
उन्नावः उन्नाव जिले के बिहार क्षेत्र में कथित दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने अदालत में आरोप-पत्र(चार्जशीट) दाखिल कर दिया है। इस मामले में गठित किये गये विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि एसआईटी ने इस मामले में आरोपपत्र बुधवार शाम अदालत में पेश कर दिया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार कर जेल भेजे गए सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ जांच में पर्याप्त सुबूत मिले हैं।
इसी आधार पर सभी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है। टीम ने विभिन्न बिदुंओं पर जांच करते हुए रिपोर्ट तैयार की है। पाण्डेय ने बताया कि जांच में घटना के बाद इलाज के लिए सुमेरपुर अस्पताल पहुंची पीड़िता द्वारा मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान और मौके पर मौजूद साक्ष्यों के साथ ही आरोपियों की रिमांड पर लेकर की गयी पूछताछ का ब्यौरा शामिल है। मालूम हो कि पिछली पांच दिसम्बर को अपने मुकदमे की पैरवी के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही कथित दुष्कर्म पीड़िता संदिग्ध हालात में गम्भीर रूप से झुलस गयी थी।
लड़की ने मृत्युपूर्व दिये गये बयान में शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी, हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी और उमेश वाजपेयी पर आग लगाने का आरोप लगाया था। करीब 90 प्रतिशत तक जल चुकी युवती की इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में मौत हो गयी थी।