Edited By Ajay kumar,Updated: 15 Jun, 2020 01:25 PM
Siddharthnagar: Youth died due to negligence of Health Department, ABVP burnt effigy of Health Minister
सिद्धार्थनगर: डुमरियागंज के रीवा निवासी कोरोना संदिग्ध रामू शर्मा की बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से अस्पताल के गेट पर मौत हो गई। इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई न होने पर रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सिद्धार्थ तिराहे पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का पुतला फूंका और त्वरित कार्रवाई की मांग की।
डीएम के आश्वासन के बाद भी दोषियों पर नहीं हुई कार्रवाई
बीते दो दिन पहले दोषियों पर कार्रवाई को लेकर परिषद के कार्यकर्ताओं ने कॉलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया था। इस दौरान जिलाधिकारी दीपक मीणा ने आश्वासन दिया था कि जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी गई है, कार्रवाई 48 घंटे के अंदर हो जाएगी। आश्वासन के बावजूद कार्रवाई न होने पर एवीबीपी के कार्यकर्ता उग्र हो गए। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन कर विरोध एवं आक्रोश प्रकट किया।
जिम्मेदारों को बर्खास्त किया जाए-नित्यानंद शुक्ल
परिषद के संयोजक नित्यानंद शुक्ल ने कहा कि सिद्धार्थनगर जनपद में स्वास्थ्य एवमं चिकित्सा व्यवस्था बदहाल है। रामू शर्मा प्रकरण में जिम्मेदार मुख्य चिकित्साधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को बर्खास्त किया जाए। जिलाधिकारी के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री जी को दिए गए ज्ञापन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही न होने पर आज अभाविप ने अपना विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट किया।
जब तक दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं हो जाती प्रदर्शन जारी रहेगा: अभाविप
प्रदर्शन के दौरान अभाविप के जिला संगठन मंत्री आकर्षण ने कहा कि सिद्धार्थनगर जनपद में जिले स्तर के गैर जिम्मेदाराना अधिकारियों की लापरवाही ने मानवीय संवेदनाओं को तार तार कर डुमरियागंज क्षेत्र के रीवा निवासी कोरोना संदिग्ध को मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने कहा कि स्वाथ्य विभाग की संवेदनहीनता के नाते एक 22 वर्षीय युवक जिला अस्पताल के गेट पर लगभग 3 घण्टे तड़पता रहा और अंतत: जीवन के खिलाफ अपनी जंग को हार गया। अभाविप सरकार को अवगत करना चाहती है कि जब तक दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं हो जाती अभाविप अपना प्रदर्शन जारी रखेगी।