Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Dec, 2018 02:53 PM
अलग पार्टी बनाने के बाद पहली बार सियासी ताकत दिखाने के लिए राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेदकर मैदान में शिवपाल सिंह यादव की तरफ से आयोजित जनाक्रोश रैली के मंच पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व उनके बड़े भाई मुलायम सिंह यादव व....
लखनऊ: अलग पार्टी बनाने के बाद पहली बार सियासी ताकत दिखाने के लिए राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेदकर मैदान में शिवपाल सिंह यादव की तरफ से आयोजित जनाक्रोश रैली के मंच पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व उनके बड़े भाई मुलायम सिंह यादव व मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव भी पहुंचे।
मुलायम सिंह यादव ने जैसे ही रैली को सम्बोधित करना शुरू किया व उन्होंने सपा का नाम लिया तो वहां उपस्थिति लोगों ने हूटिंग शुरू कर दी। इस बीच शिवपाल ने कागज का एक टुकड़ा थमाकर मुलायम सिंह को उसमें से देखकर बोलने के लिए कहा। इसके बाद मुलायम सिंह ने कहा कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। भाषण के दौरान उन्होंने एक बार फिर से समाजवादी पार्टी का नाम ले लिया। इसके बाद शिवपाल यादव समर्थकों ने फिर से शोरगुल करना शुरू कर दिया। इससे मुलायम सिंह नाराज हो गए और कहा कि शोरगुल करने वाले उनकी सभा में न आएं। उन्होंने कहा कि जो मुझे सुनना नहीं चाहते वे कभी नेता नहीं बन पाएंगे।
शिवपाल ने समाजवादी पार्टी व परिवार में कलह की बातों को सामने रखते हुए एक बार फिर साफ किया कि यह नई पार्टी उन्होंने मुलायम सिंह यादव की सहमति मिलने के बाद ही बनाई है। उन्होंने कहा कि हम तो हमेशा नेताजी के साथ और समाजवादी पार्टी के साथ रहना चाहते थे। मैंने कभी सी.एम., मंत्री व अन्य कोई पद नहीं मांगा। केवल सम्मान मांगा था। इसके अलावा कुछ नहीं मांगा था।अपर्णा यादव ने शिवपाल यादव को शेर बताते हुए कहा कि आज बदलाव का समय है। कब तक गिनी-चुनी पार्टियों को मौका देंगे। 2019 में नए रूप में आगे आइए।