Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 12:12 PM
प्रदेश में नई भर्तियों पर रोक लगाने के लिए शिक्षामित्र संघर्ष करने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल टीईटी के परिणामों के बाद प्राथमिक अध्यापकों के 68,500 पद खाली पड़े हैं, जिन पर नई भर्तियों के लिए रास्ता खुलता हुआ नजर आ रहा है...
लखनऊ: प्रदेश में नई भर्तियों पर रोक लगाने के लिए शिक्षामित्र संघर्ष करने की तैयारी कर रहे हैं। दरअसल टीईटी के परिणामों के बाद प्राथमिक अध्यापकों के 68,500 पद खाली पड़े हैं, जिन पर नई भर्तियों के लिए रास्ता खुलता हुआ नजर आ रहा है।
बता दें कि टीईटी में 1,45,000 शिक्षामित्रों में से केवल 10 हजार को परीक्षा पास करने में कामयाबी मिली है। इससे अब टीईटी पास न करने वाले शिक्षामित्रों को यह डर है कि अगर प्रदेश के 68,500 पदों पर भर्तियां कर ली गईं तो उनका अध्यापक बनने का सपना टूट जाएगा। जिसके चलते शिक्षामित्र संगठित होकर नई भर्तियों को न होने देने के लिए योजना बना रहे हैं।