Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 06:22 PM
अयोध्या राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर देश में जमकर राजनीति हो रही है। एक तरफ कई नेता राम मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं तो कही इसका जमकर विरोध हो रहा...
बाराबंकीः अयोध्या राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर देश में जमकर राजनीति हो रही है। एक तरफ कई नेता राम मंदिर बनाने की बात कर रहे हैं तो कही इसका जमकर विरोध हो रहा है। इसी दौरान अयोध्या में बाबरी मस्जिद और राम मंदिर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वाइस प्रेसिडेंट ने एक बड़ा बयान दे दिया है।
राम मंदिर के मुद्दे पर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक ने राम का जयकारा लगाते हुए कहा कि मन्दिर जरूर बनना चाहिए, लेकिन विद्या का मंदिर। उन्होंने कहा कि यह विवाद जब लोग सुलझाना चाहेंगे तो खुद-ब-खुद सुलझ जाएगा। लेकिन इस विवाद को अब सुलझा देना चाहिए। वह बाराबंकी में जहांगीराबाद इंस्टीट्यूट के दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे।
साथ उन्होंने कहा कि मुस्लिमों पर तंज कसते हुए कहा कि आप मस्जिद जरूर बनाएं लेकिन क्रिश्चन से सीखें। क्रिश्चन का जहां चर्च होता है उससे जुड़ा एक स्कूल जरूर होता है। लेकिन हमारे यहां कितनी मस्जिदें हैं जहां एजूकेशनल इंस्टीट्यूट हैं। मुस्लिमों को मॉडर्न एजुकेशन की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हम जब एजुकेशन की बात करते हैं तो हमारा मतलब होता है मॉडर्न एजुकेशन। हम कभी धार्मिक एजुकेशन को लेकर नहीं कहते। उन्होंने कहा कि धार्मिक एजुकेशन भी जरूरी है, लेकिन मॉडर्न एजुकेशन सबसे ज्यादा जरूरी है। इसलिए मुस्लिम इस लक्ष्य से मस्जिद बनाएं कि उसके साथ एजूकेशनल इस्टीट्यूशन जरूर बनाएंगे। फिर देखिए आपको हिंदू भी सपोर्ट करेगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे मुसलमानों से समस्या हुई लेकिन हिन्दुओं से कभी कोई समस्या नहीं आई। हिन्दुओं ने मुझे हमेशा इज्जत और प्यार दिया है। अगर आप मुसलमानों से दीन का मतलब पूछेंगे तो वह यही कहेंगे कि नमाज पढ़ना, रोजे रखना, हज करना दीन है। जबकि ये सब धार्मिक प्रथाएं हैं। इसका दीन से कोई लेना देना नहीं है।