Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Dec, 2018 12:10 PM
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। वहीं संत समाज भी लगातार राम मंदिर को लेकर भाजपा को घेरे में ले रहा है। इसी कड़ी में द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि यह लोग...
प्रयागराजः अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रदेश की योगी और केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। वहीं संत समाज भी लगातार राम मंदिर को लेकर भाजपा को घेरे में ले रहा है। इसी कड़ी में द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि यह लोग राम मंदिर के नाम पर लोगों को धोखा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 5 साल के कार्यकाल के दौरान लोग इंतजार करते रहे कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा, लेकिन बीजेपी और मोदी सरकार लोगों को गुमराह करती रही और अब जब एक बार फिर से चुनाव नजदीक आ गया है तो लोगों का ध्यान भटकाने के लिए फिर से मंदिर का मुद्दा गरमाया जा रहा है।
शंकराचार्य ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में राम मंदिर बनाने का वादा किया था, लेकिन वह सिर्फ चुनावी मुद्दा ही बनकर रह गया। जिससे मोदी सरकार के खिलाफ जनाक्रोश है और लोग अगले चुनाव में मोदी सरकार के खिलाफ वोट करेंगे।
इतना ही नहीं स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से जब बीजेपी द्वारा राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाने का सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि बीजेपी अध्यादेश लाने के नाम पर लोगों को धोखा दे रही है। लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है और उन्हें गुमराह कर वोट लेना चाहती है। शंकराचार्य ने अपना मत रखते हुए कहा कि जनता द्वारा संवैधानिक तरीके से चुनी गई सरकार धर्मनिरपेक्ष हो जाती है, ऐसे में वह धार्मिक स्थल अध्यादेश लाकर कैसे बनवा सकती है ? बीजेपी पूरी तरह से लोगों को धोखा दे रही है। वह अध्यादेश लाकर राम मंदिर नहीं बनाएगी।
बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती प्रयागराज पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुुए उन्होंने उक्त बातें कही।