Edited By Deepika Rajput,Updated: 13 Dec, 2018 05:22 PM
पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कुंभ मेले में शिविर ना लगाने का फैसला किया है। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि वे किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हुए हैं इसलिए योगी शासन और प्रशासन ने उनकी उपेक्षा की है।
लखनऊ: पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कुंभ मेले में शिविर ना लगाने का फैसला किया है। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया और कहा कि वे किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हुए हैं इसलिए योगी शासन और प्रशासन ने उनकी उपेक्षा की है।
शंकराचार्य ने कहा कि कुंभ मेले में शासन और प्रशासन उनकी भारी उपेक्षा कर रहा है। उन्हें नाले के बगल में जमीन आवंटित की गई है। जिसके चलते वह अपने झूंसी के आश्रम में रुककर महत्वपूर्ण तिथियों पर स्नान करेंगे। स्वामी के मुताबिक, कुंभ का आयोजन पुरी पीठ के अंतर्गत किया जाता है फिर भी उन्हें जमीन कम मिली। कम जमीन भी ऐसी जगह मिली जहां मेले की गंदगी बहाई जाती है। ऐसे में यह उनका और उनके पद का अपमान है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी ने कुंभ से जुड़ी एक स्मारिका का उनसे विमोचन कराया था। मेले से जुड़े अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। इन सब के बाद भी उन्हें 200 लोगों को ठहराने लायक जमीन नहीं दी गई। नियम के मुताबिक, हमे सबसे पहले जमीन आवंटित होनी चाहिए। हम किसी पार्टी से नहीं जुड़े हैं इसलिए साजिश के तहत ऐसा किया गया।