Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 16 Nov, 2020 12:01 PM
कहते हैं कि परिवार साथ रहे यही सबसे बड़ी खुशियां हैं और धन भी। मगर उस व्यक्ति के विषय में सोचिए जो कि दूसरे मुल्क में 28 साल से फंसा हो और 8 साल जेल...
कानपुरः कहते हैं कि परिवार साथ रहे यही सबसे बड़ी खुशियां हैं और धन भी। मगर उस व्यक्ति के विषय में सोचिए जो कि दूसरे मुल्क में 28 साल से फंसा हो और 8 साल जेल में रहा हो। पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में 8 साल तक जेल में बंद रहे उत्तर प्रदेश कानपुर के शम्शुद्दीन रविवार रात 28 साल बाद आखिर अपने घर पहुंच गए।
उनके घर पहुंचते ही घर में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी। पूरा मोहल्ला दिवाली मनाने उमड़ पड़ा। शम्शुद्दीन 26 अक्तूबर को अपने वतन अमृतसर पहुंच गए थे, लेकिन कानपुर आज पहुंचे। शुक्रवार रात स्थानीय पुलिस और खुफिया टीम अमृतसर से उन्हें लेने गई थी।
क्षेत्राधिकारी त्रिपुरारी पांडेय समेत अन्य अधिकारियों ने शम्शुद्दीन का स्वागत किया और मुंह मीठा कराया। खुद शम्शुद्दीन बोले, हमारे लिए तो यह दीपावली यादगार बन गई है। मेरी बेटी का जन्म भी दीपावली वाले दिन हुआ था। इस पर अधिकारियों ने उन्हें मुबारकबाद दी। बोले, बेटी तो लक्ष्मी होती है। उसकी दुआ पूरी हो गई।